स्वर कोकिला लता मंगेशकर
( Swar kokila Lata Mangeshkar )
स्वर कोकिला गूंजती मधुर गीत तरानों में
संगीत साज थिरकते स्वर लहरी गानों में
श्रद्धा से नतमस्तक है सारा हिंदुस्तान तेरा
शब्द सुमन समर्पित है भाव भरा वंदन मेरा
गीत सुरीले मधुर कंठ मीठी मीठी आवाज लिए
देश-विदेश गूंज रही लहरी सुरीले अंदाज लिये
भारत रत्न मधुर बयार संगीत सुहाना लगे प्यारा
जादुई आवाज सुरम्य जिसका दीवाना जग सारा
लोकप्रिय गायिका लताजी हिंद स्वर साम्राज्ञी थी
पद्म भूषण पद्म विभूषण यशस्वी वो बड़भागी थी
ए मेरे वतन के लोगों आंख में भर लो पानी
गाया संगीत सुहाना जग छोड़ चले निशानी
श्रद्धा से शीश झुकाए नमन करे सब वंदन
सात सुरों की मलिका भाव भरा अभिनंदन
कवि : रमाकांत सोनी
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )