Shekhawati
Shekhawati

बोलो जय जय शेखावाटी

 

रज रज शौर्य अनूप श्रृंगार,
अनंत देश प्रेम अंतर पटल ।
जीवन आह्लाद राष्ट्र रक्षा ,
शिक्षा प्रगति संकल्प अटल ।
सेठ साहूकार अवतरण स्थली,
वीर प्रसूता अलंकृत धरा माटी ।
बोलो जय जय शेखावाटी ।।

झुंझुनूं सीकर चूरू सह,
नीम का थाना उपमा परिधि ।
राव शेखा जी संस्थापक आभा,
पुरात्तन हवेलियां अनमोल निधि।
इतिहास स्वर्णिम वर्तमान मोहक,
भविष्य उज्ज्वल संग परिपाटी ।
बोलो जय जय शेखावाटी ।।

धर्म आस्था सांप्रदायिक सौहार्द,
सर्वत्र दर्श स्नेह प्रेम भाईचारा ।
कृपा सालासर बाबा खाटू श्याम ,
जीण शाकंभरी मात आशीष धारा ।
कोटिश वंदना रानी सती दादी,
नरहड़ पीर अथाह खुशियां भाटी ।
बोलो जय जय शेखावाटी ।।

पिलानी प्रौद्योगिकी सीकर शिक्षा,
ताल छापर कृष्ण मृग अठखेलियां ।
खेतड़ी ताम्र नगरी प्रभा विवेकानंद ,
अथक कृषि व्यापार विकास पहेलियां।
शहीदी शान आन बान सुरभि,
व्यंजन माधुर्य चूरमा दाल बाटी ।
बोलो जय जय शेखावाटी ।।

महेन्द्र कुमार

नवलगढ़ (राजस्थान)

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