
श्याम रंग नीला है या काला
( Shyam rang neela hai ya kala )
श्याम रंग नीला है या काला,बताओ कैसा है नन्दलाला।
पीताम्बर तन मोर मुकुँट सर, लकुटी कमरिया बाँधा।
कमल नयन कर मुरली शोभित, गले बैजन्ती माला।
सूरदास बालक सम देखे, जग में श्याम निराला।
श्याम रंग नीला है या काला…..
अर्ध रात्रि में प्रकट भयो हरि, मेघ घटा घन काला।
बादल टूट पडे धरती पर, यमुना जल उफनाता।
हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता, श्याम हरि हर दाता।
मेघ वर्ण नारायण का जस, राम श्याम सम श्यामा।
श्याम रंग नीला है या काला….
योगक्षेम परमानन्देश्वर, सकल जगत उद्धाता।
निर्विघ्नेश्वर राधेय बल्लभ, विश्वेश्वर कल्याणा।
मन चक्षु केन्द्रित कर के देखो,वो ही भाग्य विधाता।
क्या करना हुंकार श्याम रंग, नीला है या काला।
श्याम रंग नीला है या काला…
कवि : शेर सिंह हुंकार
देवरिया ( उत्तर प्रदेश )