Hindi Poetry On Life | Hindi Poem -आफर
आफर ( Offer ) क्या कोई ऐसा भी है जो, दुखी हृदय घबराए। प्रेम दिवस पर मुझे बुलाकर,पिज्जा, केक खिलाए। इससे पहले भाग्य अभागा, सिंगल ही मर जाए। फोन करे हुंकार को पहले, आकर आफर पाए। आँखों मे आँखो को डाले, मन की बात करेगे। पुष्प गुलाब का तुम ले आना, बालों…