Sad Shayari | आंखों में अश्कों के समंदर रो रहे हैं
आंखों में अश्कों के समंदर रो रहे हैं ( Aankhon Mein Ashkon Ke Samandar Ro Rahe hain ) आँखों में अश्कों के समंदर रो रहे हैं! ग़म मुहब्बत के कई मेरे अंदर रो रहे हैं! मिट गया झगड़े में नामो निशान घर का, और दहलीज़ पे बैठे खंडहर रो रहे हैं! …