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हम पक्षी पर दया करो | Kavita Hum Panchhi par Daya...

 हम पक्षी पर दया करो ( Hum panchhi par daya karo)    सूख गयी है ताल तलैया   ठप  बैठे  हैं नदी की नैया    चिंगारी  सी  है  दोपहरिया     ...

तू ही खुशियों का खजाना | Kavita Tu hi

तू ही खुशियों का खजाना ( Tu hi khushiyon ka khajana )    मन मोहक मुस्कान तेरी हर लेती है व्यथा मेरी। तू ही खुशियों का खजाना शरण...

ख्वाहिशों का रंग घोल दे | Khwahish par Kavita

ख्वाहिशों का रंग घोल दे ( Khwahishon ka rang ghol de )    लक्ष्य साधकर बढ़ते जाए मन की गांठे खोल दे। लगन संग कोशिशों में ख्वाहिशों का...

मन की बात | Kavita Man ki Baat

मन की बात  ( Man ki baat )    मेरा मन बोला मुझ को जाना देश सेवा अब मुझ को करना भारत सेना का बनूंगा हिस्सा रचना है मुझको...

विज्ञान का चमत्कार | Kavita Vigyan ka Chamatkar

विज्ञान का चमत्कार ( Vigyan ka chamatkar )    अब आनें वाले दिनों में होने वाला है चमत्कार, इस जर्मनी की कंपनी ने ऐसा किया है ऐलान। बन...

गाय | Gaay par Kavita

गाय ( Gaay )    जहां नंदिनी वहां माधव को भी आना पड़ता है। गोमाता की रक्षा खातिर चक्र उठाना पड़ता है। धेनु भक्त ग्वालों की पीर दर्द हर...

मासूमियत | Masoomiyat par Kavita

मासूमियत ( Masoomiyat )    मासूम सी वो भोली भाली सूरत वो अल्हड़पन इठलाता सानिश्चल निर्भीक मासूमियत चेहरा कोई अनजाना सादुनिया के आडंबर से दूर अपने आप में मशगूलबेखबर जहां...

जलधारा से बहे जा रहे हैं | Kavita Bahe ja Rahe...

जलधारा से बहे जा रहे हैं ( Jal dhara se bahe ja rahe hain )    गीत पुराने कहे जा रहे हैं, जलधारा से बहे जा रहे...

शिक्षक होता युग निर्माता | Shikshak par Kavita

शिक्षक होता युग निर्माता ( Shikshak hota yug nirmata )    शिक्षक ही होता युग निर्माता, आदर्शों का वह पाठ पढ़ाता। वो मर्यादा, संस्कार सिखाता, भविष्य की बुनियाद ‌बनाता।। अज्ञानता...

महर्षि वाल्मीकि | Maharishi Valmiki par Kavita

महर्षि वाल्मीकि ( Maharishi Valmiki )   बुरे कर्मों को छोड़कर सत्कर्मों में लगाया ध्यान, साधारण इंसा से बनें महर्षिवाल्मीकि भगवान। देवलोक के देवर्षि मुनि नारद जी के...