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आ रहे श्रीराम हमारे | Geet Aa Rahe Shri Ram Hamare

 आ रहे श्रीराम हमारे ( Aa rahe shri ram hamare )   जन जन की आंखों के तारे, आ रहे श्रीराम हमारे। घट घट वासी रघुवर प्यारे, अवधपुरी...

रंग रूप और गुण | Geet Rang Roop aur Gun

रंग रूप और गुण ( Rang roop aur gun )    रंग रूप और गुण मिले जुड़े हैं दिलों के तार। अपनापन अनमोल मिले हृदय उमड़ता प्यार। धरती अंबर...

त्याग निद्रा,जाग मुसाफिर | Poem Jaag Musafir

त्याग निद्रा,जाग मुसाफिर ( Tyag nidra jaag musafir )  बीती रात ,हुआ सवेरापक्षी कुल का, हुआ बसेराकैसे लक्ष्य,तय होगा फिरत्याग निद्रा,जाग मुसाफिर, सोकर कौन? कर पाया क्या?बैठ...

राजा रंक सभी फल ढोते | Kavita Raja Runk

राजा रंक सभी फल ढ़ोते ( Raja runk sabhi phal dhote )    राजा रंक सभी फल ढ़ोते,  होता कर्ज़ चुकाना।  कर्मों के अनुसार जीव को, पड़े दंड भुगताना।।मानव दानव...

समय के साथ साहित्य समाज बदलता है | Sahitya Samaj par...

समय के साथ साहित्य समाज बदलता है ( Samay ke sath sahitya samaj badalta hai )    वक्त के साथ बदल जाती है सब की जीवनधारा। समय के...

बिन चिता के ही चिता की सी तपन | Chita par...

बिन चिता के ही चिता की सी तपन ( Bin chita ke hi chita ki si tapan )    बिन चिता के ही चिता की सी तपन...

जिंदगी जब हम जीने लगे | Hindi Poem on Zindagi

जिंदगी जब हम जीने लगे ( Zindagi jab hum jeene lage )    जिंदगी जब हम जीने लगे गम के घूंट थोड़े पीने लगे अश्रु टपके नयन से हमारे अपनो...

मां | Maa ke Upar Poem

मां ( Maa )   मोती लुटाती प्यार के, ठंडी आंचल की छांव। सुख तेरे चरणों में, उमड़े आठों पहर। प्रेम की मूरत माता, तुम हो भाग्यविधाता। प्रथम गुरु जननी,...

असली हीरो | Hindi Laghu Katha

असली हीरो ( Asli Hero )   रीमा ट्रेन में बैठी अपने ख्यालों में खोई हुई थी तभी स्टेशन आया। एक आर्मी वाला अपने बच्चों और पत्नी...

आशिकी | Poem in Hindi on Aashiqui

आशिकी !   आजकल मुझको फिर से सताने लगे, रात को मेरे सपनों में आने लगे। मेरी चढ़ती जवानी का है ये असर, अपने घर का ही रस्ता भुलाने...