व्यवहार में सुधार जरूरी बा !

व्यवहार में सुधार जरूरी बा ! ( भोजपुरी भाषा में)

व्यवहार में सुधार जरूरी बा ! ( भोजपुरी भाषा में) ***** पहिर के हमरे झमकावेलू, आ# हमरे के आंख देखावेलू। कमरिया लचकावेलू, अंखियां मटकावेलू। रही रही धमकावेलू, जान के महटियावेलू। पुकरलो पर ना आवेलू, सुन के अंठियावेलू। घड़ी घड़ी दु चार बातो सुनावेलू, बड़ा हमके सतावेलू। हो शालू! तू त# बाड़ू बड़का चालू? झट दोसरा…

मुहब्बत का सभी से राब्ता रख

मुहब्बत का सभी से राब्ता रख | Muhabbat se raabta

मुहब्बत का सभी से राब्ता रख  ( Muhabbat ka sabhi se raabta rakh )     मुहब्बत का सभी से राब्ता रख किसी से दिल नहीं तू खफ़ा रख   भुला देना नहीं दिल से मुझे तू हमेशा मिलनें का तू सिलसिला रख   लबों पे प्यार की बातें रखना तू नहीं मुझसे तू ऐसे…

स्वर्ग में कोरोना (PART-2 )

स्वर्ग में कोरोना (PART-2 )

#स्वर्गबन्दी ब्रह्मा जी ने आंखे बंद कर लीं और घोर चिंतन में लीन हो गए।उनके तीनों माथों पर चिंता की लकीरें स्पष्ट देखी जा सकती हैं।अपनी ही बनाई हुई कृति को वह आज बिगड़ते हुए देख रहे हैं.शोक!!! मनुष्य इतना बुद्धिहीन हो गया कि अपनी ही तबाही का इंतजाम करने को तत्पर है ? क्या…

परीक्षा

परीक्षा | Pareeksha par kavita

परीक्षा ( Pareeksha ) *** मन से , बिना मन से। पास होने के उल्लास, फेल होने की गुंजाइशों के साथ। इंसान को , देनी ही पड़ती है परीक्षा! विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों आयोगों में- इसके लिए विधिवत रूटिन/कैलेंडर होता है, समयानुसार परीक्षा आयोजित होता है। नियत समय पर परिणाम हैं आते, परीक्षार्थी पास/फेल हैं होते।…

बेरहमी से इक वो हमला हुआ

इक वो हमला हुआ | Ghazal ek wo hamla hua

इक वो हमला हुआ ( Ek wo hamla hua )     बेरहमी से ही  इक वो हमला हुआ, देखिए सारा नगर शोला हुआ।   लोग बेघर हो गए देखो वहां कौन किसका ही सहारा हुआ।   खून में सड़कें  बड़ी  लथपथ हुईं, की दंगा कश्मीर में भड़का हुआ,   क़त्ल कर डाला कई मासूमों…

पैसों की जुबा सुनलो

पैसों की जुबा सुनलो | Kavita paison ki zuban

पैसों की जुबा सुनलो ( Paison ki zuban sunlo )     हर बार कसूर क्यों मुझ पर ठहराते हो? मेरे लिए क्यों इंसान अपनों से अलग हो जाते हो ?   मैं आज हुँ कल नहीं फिर क्यों इतना इतराते हो ? मेरी मामूली किमत रिश्तों से क्यों लगाते हो ?   तुम्हारी बेमतलब…

पूरे हक़ के साथ ये ग़म किया गया है

पूरे हक़ के साथ | Ghazal poore haq ke saath

पूरे हक़ के साथ  ( Poore haq ke saath )   पूरे हक़ के साथ ये ग़म किया गया है तेरे बाद से नशे को कम किया गया है   ज़हन से हुस्न का दस्तरस किया गया है फिर तेरे होने का वेहम किया गया है   जो तेरे होते हुए करना मुमकिन ना था…

अगर जो उससे प्यार नहीं होता

अगर जो उससे प्यार नहीं होता | Romantic ghazal for lovers

 अगर जो उससे प्यार नहीं होता  ( Agar jo usse pyar nahi hota )     ए यार अगर जो उससे  प्यार नहीं होता यूं रात भर मैं ही  फ़िर बेदार नहीं होता   हम अजनबी होते इस शहर में दोनों फ़िर वो मेरा अगर जो की ए यार नहीं होता   हम जंग नहीं…

यूं न झटकों नक़ाब से पानी

यूं न झटकों नक़ाब से पानी | Romantic ghazal in Hindi

यूं न झटकों नक़ाब से पानी ( Yoon na jhatko naqab se pani )     यूं न झटकों नक़ाब से पानी हुस्ने जानम शबाब से पानी   जीस्त बेकार कर देगी तेरी है ये अच्छा शराब से पानी   प्यार की महकी है  यहाँ खुशबू टप रहा वो गुलाब से पानी   ले आया…

तुम्हें कब मना किया है

तुम्हें कब मना किया है | Sandeep poetry

तुम्हें कब मना किया है   किसी से प्रेम करने को तुम्हें कब मना किया है लेकिन! प्यार करना तुम ….. किसी से प्यार करना कहाँ गलत है….? बस….! इतना ध्यान रहे कि प्यार में अंधे हो कर अपनों को नहीं भूलें…… उन्हें भी उतना ही प्यार दें……… जितना अपनी प्रेमिका को प्यार देते हो……..!!…