Sochna Aapko hai

सोचना आपको है | Sochna Aapko hai

सोचना आपको है ( Sochna aapko hai )    जानता हूं तुम गलत नही थे कभी न ही बैर था किसी से तुम्हारा गलत रहा तो बस तुम्हारी सोच का नजरिया और तुम्हारी संगत…. अपनों पर किए शक गैरों पर जताया भरोसा मीठी बोली मै रहा व्यंग छिपा आंखों मे दबी वासना रही जल्दबाजी की…

Tu Khud ki Khoj mein Nikal

तु खुदकी खोज में निकल | Tu Khud ki Khoj mein Nikal

तु खुदकी खोज में निकल ( Tu khud ki khoj mein nikal )    तु खुदकी खोज में निकल, तुझे किसकी तलाश हैं, तु निराशा के बादलोसे आशा का सावन है ।। तु कोहिनूर सा हिरा है, तुझे क्यों सितारो की तलाश है। तु खुद हमराही है, हमसफर क्यो तलाश है । तु खुद सावन…

चलना सीखे नही | Chalna Sikhe Nahi

चलना सीखे नही | Chalna Sikhe Nahi

चलना सीखे नही ( Chalna sikhe nahi )    चलना सीखे नही ,और दौड़ने निकल पड़े संभलने के प्रयास मे,लड़खड़ाकर गिर पड़े होती अगर जिंदगी ,यूं ही आसान इतनी तो सोचिए, कामयाबी के पैर क्यों छाले पड़े गुजर जाती है एक उम्र पूरी,चढ़ाई मे चाहते हो ,घर से निकलते ही हों झंडे खड़े माना की…

Main Chup hoon

मैं चुप हूं | Main Chup hoon

मैं चुप हूं ( Main Chup hoon )    मेरे पास शब्दों की माला है पास मेरे संस्कारों की थाती है जानती हूं ,अच्छाई और बुराई के भेद मेरी कलम ने सिखाया है मुझे न करें मुझे बेचारी और बेबस समझने की भूल…. मैं चुप हूं ,तो महज इसलिए की मेरे संस्कार इसकी गवाही नहीं…

Maa ka Aanchal

मां का आंचल | Maa ka Aanchal

मां का आंचल  ( Maa ka aanchal )  ( 2 ) मां का आंचल हर पल याद आता मां का आंचल पल पल याद आता आंचल की ओट में छिपा लेती मां बचा लेती बुरी नज़र से याद आता चेहरे के दाग़ नाक स़ाफ़ कर देती पूंछ लेती आंखों के आंसू याद आता जब रोता…

Teri Sita hoon main

तेरी सीता हूँ मैं | Teri Sita hoon main

तेरी सीता हूँ मैं!  ( Teri Sita hoon main )    सइयाँ आँखों में तेरी कहानी रहे, साथ जिऊँ, सजन जिन्दगानी रहे। तेरी सीता हूँ मैं, राम हो तुम मेरे, मेरे माथे पे तेरी निशानी रहे। मेरा जीवन बीते भले काँटों पे क्या, जग की नजरों पे तेरा वो पानी रहे। आँधियों में दीया मेरा…

Main ek Khilona Hoon

मैं एक खिलौना हूं | Main ek Khilona Hoon

मैं एक खिलौना हूं ( Main ek khilona hoon )    चाभी से चलने वाला एक खिलौना हूं किसी की खुशियों की खातिर घूमनेवाला खिलौना हूं मैं एक खिलौना हूं…… मैं ,इंसानों सा जीनेवाला नही मेरा कोई जीवन नही रिवाजों के सांचे मे कैद हूं संस्कारों की सीख का पुतला हूं अच्छाई या बुराई का…

Varg Vishesh

वर्ग विशेष | Varg Vishesh

वर्ग विशेष ( Varg vishesh )    मानते हो यदि कोई स्वयं को साहित्यकार तो उसे खुलकर भी विरोध मे लिखना होगा लुट रहीं बहन बेटियां ,सरेआम कत्ल हो रहे बढ़ रहे दंगे फसाद , आतंकी मस्त हो रहे चोले बदलकर जिहादी ,कर रहे नाच नंगा संभाल रहे अभी आप,तहजीबी जमुना गंगा आए बन शरणार्थी,तानाशाही…

Sawan Poem

आया सावन | Sawan Poem

आया सावन ( Aya Sawan )    आया सावन झूम के,आकुल धरती द्वार ! सुन कर तपते ताप से, उसकी मन मनुहार !! आलिंगन में भर लिया, उसका हर विस्तार सिंचित करने लग गया, शीतल मधुर फुहार !! अग जग में व्यापित हुआ,भीना मधुर सुवास भावावेशित पवन का, उमड़ा नव विस्तार !! सूरज संकोचित हुआ,…

तू कौन है तू क्या है | Tu Kaun hai

तू कौन है तू क्या है | Tu Kaun hai

तू कौन है तू क्या है ( Tu kaun hai tu kya hai )    कैसे बतावू तु कोन हे मेरे लिए, तु क्या है मेरे लिए || बचपन का रंगबिरंगी किस्सा है तु  दिल के करीब का हिस्सा है तु कड़कती धूप मे छाव है तु, मेरे लिए एक गाँव हैं तु —  ऐ…