चीख | Cheekh par kavita
चीख
( Cheekh )
चीरती नीले गगन को हृदय विदारक चीख सी है।
ले लिया सब कुछ हमारा देता हमको भीख सी है।।
छोड़कर घर द्वार तेरे पास...
चुनाव आइल बा | Chunav Par Bhojpuri Geet
चुनाव आइल बा
( Chunav aail ba )
आइल चुनाव बा...
नेता घुमेलें,
भर भर के गड़िया हो..
भर भर के गड़िया!
सांझ सबेरे दुपहरिया!!
नेता जी,
नेता जी आवेले,
हमके लुभावेलें।
कह कह...
शरद वेदना (ककहरा) | Kahkara sharad vedna
शरद वेदना (ककहरा)
( Sharad Vedna - Kahkara )
कंगरी सगरी लघु नीर भई
बदरी छतरी बनि धावत है।
खटिया मचिया सब ढील भये
हथिया बजरी पसरावत है।
गरवा हरवा...
बेटी की अभिलाषा | Beti ki abhilasha par kavita
बेटी की अभिलाषा
( Beti ki abhilasha )
मां! मुझे गुरूकुल से न हटा,
साफ-साफ बता?
बात है क्या?
यूं आंखें न चुरा!
मैं अभी पढ़ना चाहती हूं,
आगे बढ़ना चाहती...
और झनकन | Kavita jhanakan
और झनकन
( Aur jhanakan )
तार वीणा के शिथिल इतनी स्पंदन और झनकन।
बिना कंगन असह्य खनकन और झनकन।।
शांत अन्तस्थल में कल कल की निनाद।
चिरन्तन से...
पग बढ़ाते चलो
पग बढ़ाते चलो
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कंकड़ी संकरी पथरीली,
या हों रास्ते मखमली।
हृदय में सदैव जली हो अग्नि,
स्वार्थ हमें सब होगी तजनी।
सेवाभाव की मंशा बड़ी,
रास्ते में मुश्किलें भी होंगी...
अस्तीन के सांप | Poem aasteen ke saanp
अस्तीन के सांप
( Aasteen ka saanp )
मेरे अपनों ने मुझे,अपनों से दूर कर दिया ||
1.कुछ अपने जो पराये हो गए,पराये मेरे अपने हो गए...
आप कहके मुकर जाइये। Poem on mukar jaiye
आप कहके मुकर जाइये
( Aap kahke mukar jaiye )
अब इधर न उधर जाइये।
आप दिल में उतर जाइये।।
आईना भी जले देखकर,
इस कदर न संवर जाइये।।
हमको...
बिहार में पुल बह रहे हैं | Kavita Bihar mein
बिहार में पुल बह रहे हैं!
( Bihar mein pul bah rahe hain )
बिहार में विकास की गंगा नहीं पुल बह रहे हैं,
नेता प्रतिपक्ष तो...
फैशन का भूत | Fashion par kavita
फैशन का भूत
( Fashion ka bhoot )
फैशन का भूत बड़ा मजबूत,
साड़ी पर भारी पड़ गया सूट;
इसके नाम पर मची है लूट।
ठगे जा रहे युवक...