Rafu na Karna

रफ़ू न करना | Rafu na Karna

रफ़ू न करना ( Rafu na karna )    मेरी क़ुर्बतों के ग़म में ,कभी दिल लहू न करना मैं जहाँ का हो चुका हूँ, मेरी आरज़ू न करना ये यक़ीन कर तू मेरा, मैं न भूल पाऊं तुझको कहीं दिल खराब कर के, मेरी जुस्तजू न करना कहीं जल न जाये तेरा, इसी आग…

Yado ki Shayari

याद आया | Yado ki Shayari

याद आया ( Yaad Aya )    कोई अनजान सफ़र याद आया अजनबी कोई बशर याद आया तेरा चेहरा ही नज़र में उतरा जब कभी दर्दे जिगर याद आया धूप ने जब भी सताया हमको बारहा बूढ़ा शजर याद आया इक मेरा दोस्त पुराना था जो कुछ लगी देर मगर याद आया अपनी ख़ुशक़िस्मती समझेंगे…

Meri Dharti Maan

मेरी धरती माँ | Meri Dharti Maan

मेरी धरती माँ ( Meri dharti maan )   मेरी धरती माँ प्यारी है भारत की ख़ुशबू फ़ैली है ऐसा न कहीं देश मिलेगा गंगा जमना जो मिलती है उगते है गुल उगती सरसों धरती माँ देखो ऐसी है सैनिक करे है हिफाज़त कर सकता न अदू ज़ख्मी है नफ़रत के दुश्मन ख़त्म हुई उल्फ़त…

Waqar Bhool Baithe

वक़ार भूल बैठे | Waqar Bhool Baithe

वक़ार भूल बैठे ( Waqar bhool baithe )   जो मिला था क़ुर्बतों में, वो क़रार भूल बैठे वो ज़रा सी देर में क्यों, मेरा प्यार भूल बैठे लगे हर ख़ुशी पराई, लगे ग़म ही आशना अब यूँ ख़िज़ाँ ने दिल है तोड़ा, कि बहार भूल बैठे मुझे फ़िक्र रोटियों की , ये कहाँ पे…

Subah-O-Shaam

बरसे है सुब्हो-शाम | Subah-O-Shaam

बरसे है सुब्हो-शाम ( Barse hai Subah-O-Shaam )    वो लग रहे हैं मुझको परेशान आजकल आफत में आ गई है मेरी जान आजकल ज़ल्फ़ों से यह हवा की फ़कत गुफ्तगू नहीं बरसे है सुब्हो-शाम का फ़ैज़ान आजकल हैरत है पूछते हैं वही दिल का हालचाल जो दिल की सल्तनत के हैं सुल्तान आजकल यारो…

Insaan

इंसान | Insaan

इंसान ( Insaan )    हर सू हैं झूठे इंसान अब कम हैं सच्चे इंसान मेरी मुट्ठी में भगवान करता है दावे इंसान अपनी ख़ुदग़र्ज़ी में अब भूल गया रिश्ते इंसान सोच समझ के कर विश्वास अब कम हैं अच्छे इंसान लोगों को जो चुभ जाये शौक़ न वो पाले इंसान जिस रस्ते पर दाग़…

Galti Hamari thi

ग़लती हमारी थी | Galti Hamari thi

ग़लती हमारी थी ( Galti hamari thi )   हुआ जो हादसा ए इश्क़ वो गलती हमारी थी खड़ी सरकार के हक़ में लड़ी आवाम सारी थी। लगेंगी तोहमतें हम पर बहुत ये इल्म़ था हमको वही अच्छे वही सच्चे हमें ये जानकारी थी। वफ़ा करके भी हम हरदम खटकते हैं नज़र में क्यूं यही…

Bekarar Shayari

बेकरार | Bekarar Shayari

बेकरार ( Bekarar )   ये दुनिया इतनी आसानी से न तुझे समझ आएगी, प्यार भी करेगी तुझसे और तुझ को ही रुलाएगी! बेकरार दिल की धड़कनों में शामिल करके तुझे दिल के तेरे जज्बातों को ही नामुनासिब ठहराएगी! ख्यालों को तेरे बेसबब यह दुनिया साबित कर एक दिन प्रश्नों से कटघरे में तुझको फसाएगी!…

Kam Din Hue

बहुत कम दिन हुए यारों | Kam Din Hue

बहुत कम दिन हुए यारों ( Bahut kam din hue yaron )    अभी उनको भुलाए दिन बहुत कम दिन हुए यारों मुहब्बत आजमाए दिन बहुत कम दिन हुए यारों। जरा सी है ख़लिश बाकी ज़रा बाकी निशां उनके उन्हें दिल से हटाए दिन बहुत कम दिन हुए यारों। परिंदा सीख लेगा जल्द ही उड़ना…

Ghazal on Ishq

मेरे पास तुम हो | Ghazal on Ishq

मेरे पास तुम हो ( Mere paas tum ho )   सुब्ह हो या शाम,मेरे पास तुम हो दिल को है आराम,मेरे पास तुम हो देखता रहता हूँ मैं सूरत तुम्हारी और क्या है काम,मेरे पास तुम हो हमसफ़र तुम हो तो अब इस ज़िंदगी का कुछ भी हो अंज़ाम,मेरे पास तुम हो एक दूजे…