Ghazal ek chehra khwab mein

आ रहा है एक चेहरा ख़्वाब में | Ghazal ek chehra khwab mein

आ रहा है एक चेहरा ख़्वाब में ( Aa raha hai ek chehra khwab mein )     आ रहा है एक चेहरा ख़्वाब में चैन लूटे वो हमारा ख़्वाब में   वो हक़ीक़त में कभी मिलता नहीं होता है दीदार उसका ख़्वाब में   हम सफ़र मेरा बना दे  उम्रभर जो खुदा चेहरा दिखाया…

Aazam ghazal aarzoo

आरजू जीने के सभी खुशियाँ | Aazam ghazal aarzoo

आरजू जीने के सभी खुशियाँ ( Aarzoo jeene ke sabhi khushiyan )     आरजू जीने के सभी खुशियाँ मांगती रब से ज़िंदगी खुशियाँ   इसलिये रहती यहां उदासी है ज़िंदगी में कब है मिली खुशियाँ   ख़त्म  होता नहीं  रस्ता ग़म का दूर मुझसे इतनी रही खुशियाँ   आरजू कब न जाने पूरी हो…

Ukraine par ek ghazal

यूक्रेन पर एक ग़ज़ल | Ukraine par ek ghazal

यूक्रेन पर एक ग़ज़ल ( Ukraine par ek ghazal )     पड़ोसी मुल्क दुश्मन वो बना था ? वतन से बेवज़ह मेरे लड़ा था   निकले है देखकर आंसू आंखों से यहाँ तो हर मकाँ देखो जला था   गुलिस्तां ख़ाक ऐसी की अदू ने यहाँ गुल बद्दुआ देता रहा था   लेने मासूमो…

Yaad shayari

अब कोई याद भी नहीं करता | Amit Ahad Poetry

अब कोई याद भी नहीं करता ( Ab koi yaad bhi nahi karta ) वक़्त बर्बाद भी नहीं करता अब कोई याद भी नहीं करता शे’र इतने बुरे हैं क्या मेरे ? कोई इरशाद भी नहीं करता रह न पाऊँ अगर जो ख़ुश मैं तो ख़ुद को नाशाद भी नहीं करता ख़ौफ़ सैय्याद का है…

Ghazal ishq hai tum se

नशा जुनून इश्क है तुमसे | Ghazal ishq hai tum se

नशा जुनून इश्क है तुमसे ( Nasha junoon ishq hai tumse )     नशा जनून इश्क है तुमसे, जो तू नही तो अब मेरा,यहाँ पे कुछ भी नही।   तू ही चाहत है मोहब्बत, मेरे दिल की धडकन, तू ही सबरंग, कशमकश, तू ही है नूर ए नजर।   वफा करार प्यार है तुमसे,…

Thesahitya Ghazal

किसी का जब मगर बेहतर किया है | Thesahitya Ghazal

किसी का जब मगर बेहतर किया है ( Kisi ka jab magar behtar kiya hai )     किसी का जब मगर बेहतर किया है जुबां को ही उसनें ख़ंजर किया है   मुहब्बत की करेगा बात क्या अब दिल उसनें प्यार से बंजर किया है   कभी मिलकर नहीं मुझसे रहा वो परेशां ही…

Ghazal Phool khushboo husn chehra

फूल खुशबू हुस्न चेहरा जाम है तू | Ghazal Phool khushboo

फूल खुशबू हुस्न चेहरा जाम है तू ( Phool khushboo husn chehra jaan hai tu )     फूल ख़ुशबू हुस्न चेहरा जाम है तू प्यार का मेरी सकूं आराम है तू   बैठ मत नाराज़ होकर रोज़ मुझसे प्यार का मेरे सनम खा आम है तू   किस तरह दे दूं वफ़ा दिल से…

Ghazal dil besahara

प्यार से दिल बेसहारा हो गया | Ghazal dil besahara

प्यार से दिल बेसहारा हो गया ( Pyaar se dil besahara ho gaya )     प्यार से दिल बेसहारा हो गया कल यहां ऐसा इशारा हो गया   हम भला अब  किस तरह आवाज़ दे गैर दिल अब  ये तुम्हारा हो गया   पार  अब होगी   न  दूरी हिज्र की ज़ीस्त भर उससे किनारा…

Zulm shayari

जुल्म का अब हिसाब करना है | Zulm shayari

जुल्म का अब हिसाब करना है ( Zulm ka ab hisab karna hai )     आज वो बेनकाब करना है जुल्म का अब हिसाब करना है   ख़ूब कर ली उसी ने अब चुगली कुछ तलब कुछ ज़वाब करना है   रोज़ कड़वी बातें बोले है वो रिश्ता उसको ख़राब करना है   फ़ासिले…

Ghazal gulab hai chehra

गुलाब है चेहरा | Ghazal gulab hai chehra

गुलाब है चेहरा ( Gulab hai chehra )     बंद आज़म हिजाब है चेहरा जो यहाँ वो गुलाब है चेहरा   क्या मैं तारीफें  करुं उसकी वो ख़ुद में आफ़ताब है चेहरा   देखकर प्यार का नशा होता हुस्न जैसे शराब है चेहरा   आज तो वो नजर नहीं आया हुस्न का जो ज़नाब…