Pyar dil se nibha lo

प्यार दिल से निभा लो | Pyar ki Ghazal in Hindi

प्यार दिल से निभा लो ( Pyar dil se nibha lo )     प्यार दिल से निभा लो! उम्रभर यूं ही वफ़ा लो   नेक करके काम दिल से रोज़ दिल से ही दुआ लो   छोड़ो ये नाराज़गी अब प्यार से अपनें लगा लो   रिश्तें में बढ़ती मुहब्बत घर कभी अपनें बुला…

देख लूँ जी भर के आपको एक पल

देख लूँ जी भर के आपको एक पल| Romantic Ghazal

देख लूँ जी भर के आपको एक पल ( Dekh loon jee bhar ke aapko ek pal )     देख लूँ जी भरके आपको एक पल! ए सनम पास बैठे रहो एक पल   चैन दिल को मिलेगा चले जाने फ़िर  प्यार की आओ बातें करो एक पल   गीत उल्फ़त के ही गायेगे…

प्यार की मेरे अधूरी सी कहानी रह गयी

प्यार की मेरे अधूरी सी कहानी रह गयी | Love Shayari

प्यार की मेरे अधूरी सी कहानी रह गयी ( Pyar ki meri adhuri si kahani rah gai )     प्यार  की  मेरे  अधूरी  सी  कहानी  रह  गयी! आँखों में आंसू दिल में ग़म की रवानी रह गयी   आज दिल से लुट गयी है वो मुहब्बत की ख़ुशी ग़म भरी ही रोज़ अपनी जिंदगानी…

भुलाया चाहकर दिल से

भुलाया चाहकर दिल से | Sad Shayari

  भुलाया चाहकर दिल से ( Bhulaya chahkar dil se )   भुलाया चाहकर दिल से वो ही चेहरा नहीं जाता! बसा दिल में वो ऐसा जहन उसका नहीं जाता   मुहब्बत कह रही है रात दिन आवाजें देकर किसी से प्यार का वादा दीगर तोड़ा नहीं जाता   सनम तोड़ने से पहले तू ये…

रक्खी जिससे यहां दोस्ती ख़ूब है

रक्खी जिससे यहां दोस्ती ख़ूब है | Ghazal

रक्खी जिससे यहां दोस्ती ख़ूब है ( Rakhee jisse yahan dosti khoob hai )     रक्खी जिससे यहां दोस्ती ख़ूब है ! कर गया आज वो दुश्मनी ख़ूब है   जिंदगी की बुझे प्यास अब ए ख़ुदा प्यार की उठ रही बेकली ख़ूब है   रात दिन आँखों में ही नमी ख़ूब है यादों…

रात दिन आंखों में ही नमी ख़ूब है

रात दिन आंखों में ही नमी ख़ूब है | Ghazal

रात दिन आंखों में ही नमी ख़ूब है ( Raat din aankhon mein hi nami khoob hai )     रात दिन आँखों में ही नमी ख़ूब है यादों की चोट दिल पे लगी ख़ूब है   ए ख़ुदा कर दें ऐसी बरसी बुझ जाये प्यार की प्यास दिल को लगी ख़ूब है   दूर…

नफ़रत की राहें मगर अच्छी नहीं

नफ़रत की राहें मगर अच्छी नहीं | Nafrat Shayari

नफ़रत की राहें मगर अच्छी नहीं ( Nafrat ki rahe magar achi nahi )     नफ़रत की राहें मगर अच्छी नहीं जीस्त यूं करनी बशर अच्छी नहीं   मत मिला उससे निगाहें  प्यार की बेवफ़ा  है  वो  नज़र  अच्छी  नहीं   है परेशां कह गया उसके नगर का उसकी आयी  ये ख़बर अच्छी नहीं…

देर तक प्यार की गुफ्तगू खूब की

देर तक प्यार की गुफ्तगू खूब की | Ghazal

देर तक प्यार की गुफ्तगू खूब की ( Der tak pyar ki guftagu khoob ki )   देर तक प्यार की गुफ़्तगू ख़ूब की उसने सूरत मेरे रू-ब-रू ख़ूब की   ख़ा गया हूँ दग़ा उसकी इस बात से प्यार की उसने बातें शुरु ख़ूब की   दोस्ती जब से तेरी मेरी हो गयी लोगों…

मनाने की बहुत कोशिश हो रही है

मनाने की बहुत कोशिश हो रही है | Ghazal Manane ki Koshish

मनाने की बहुत कोशिश हो रही है ( Manane ki bahut koshish ho rahi hai )     मनाने की बहुत कोशिश हो रही है बड़ी  उससे  गुज़ारिश  हो रही है   मुहब्बत  के  खिलेंगे  फ़ूल कैसे यहां नफ़रत की आतिश हो रही है   तवारिश एक मुझसे है उसे तो औरो की तो सिफ़ारिश…

किन सोचो में गुम हो फ़ैसल

किन सोचो में गुम हो फ़ैसल | Ghazal

किन सोचो में गुम हो फ़ैसल ( Kin sochon mein gum ho faisal )     किन सोचो में गुम हो फ़ैसल! इतने क्यूँ गुमसुम हो फ़ैसल   औरो की  गलती भी क्या  है गुनहगार तो तुम हो फ़ैसल   झूम उठे जो मन का सावन बारिश वो रिमझिम हो फ़ैसल   बाहर निकलें मेरा…