वो याद आ रहा ए यार ख़ूब है | Ghazal wo Yaad aa Raha
वो याद आ रहा ए यार ख़ूब है ( Wo Yaad Aa Raha E Yar Khoob Hai ) वो याद आ रहा ए यार ख़ूब है जो दूर हो गया आज़म महबूब है वो आज ग़ैर मुझको ही बना गया दी प्यार में वफ़ायें जिसको ख़ूब है गुल रोज़ भेजता था…
वो याद आ रहा ए यार ख़ूब है ( Wo Yaad Aa Raha E Yar Khoob Hai ) वो याद आ रहा ए यार ख़ूब है जो दूर हो गया आज़म महबूब है वो आज ग़ैर मुझको ही बना गया दी प्यार में वफ़ायें जिसको ख़ूब है गुल रोज़ भेजता था…
सँजोना हमेशा खुशी के पलों को ( Sanjona Hamesha Khushi Ke Palon Ko ) मिटा के दिलों से सभी नफ़रतों को।। सँजोना हमेशा खुशी के पलों को।। बहुत हसरतों का है जिस दिल में डेरा।। कभी ढूंढ पाया नहीं मंजिलों को।। पड़े फीके जब भी कभी ग़र इरादे। बिखरते है देखा…
सर उठाना तो सदा बेबसी से बेहतर है ( Sar Uthana To Sada Bebasi Se Behtar Hai ) सर उठाना तो सदा बेबसी से बेहतर है सर-कशी कैसी भी हो ख़ुद-कुशी से बेहतर है हुस्न सजने से , संवरने से दबा जाता है क्या कोई रंग तेरी सादगी से बेहतर है उसकी…
मुश्किल था दौर और सहारे भी चंद थे ( Mushkil Tha Daur Aur Sahare Bhi Chand The ) मुश्किल था दौर और सहारे भी चंद थे मैं फिर भी जीता क्यूं कि इरादे बुलंद थे राहें निकाली मैंने वहां से कई नयीं देखा जहां पहुंच के सब रस्ते बंद थे समझा तमाम…
ख्याल हूँ मैं तेरे ख्वाब का ( Khayal Hun Main Tere Khawb Ka ) ख्याल हूँ मैं, तेरे ख्वाब का तसव्वुर से निकली तो हकीकत में उलझ न जाऊँ कहीं अशआ’र तेरे, गज़ल हूँ मैं ज़हन से निकली तो पन्नों पर बिखर न जाउँ कहीं नज़र तेरी, मंजर सुहाना हूँ मैं बसारत…
पास मेरे आ हमजोली ( Paas Mere Aa Hamjoli ) पास मेरे आ हमजोली खेलें उल्फ़त की होली ! उल्फ़त को दिल में रख लो मारो नफ़रत को गोली इस जग में सबसे बढ़कर सूरत लगती वो भोली ज़हर न घोलो होली में बोलो मीठी अब बोली प्यार भरी …
जब हुआ तीरे-नज़र का वार दिल पर ( Jab Hua Teer -E- Nazer Ka Vaar Dil Par ) जब हुआ तीरे-नज़र का वार दिल पर। चोट हमको है लगी दमदार दिल पर।। दर्द में भी आने लगता है मजा तब। वो असर कर देता है ये प्यार दिल पर।। उठ गया अपना भरोसा प्यार…
सुना है ( Suna Hai ) कभी कभी खंडहर भी बोल उठते हैं वीराने भी खुद ब खुद सज जाते हैं झींगुरों की ताल पर बेताल भी नाच उठतें हैं सहरा में भी आब’शार मिल जाते हैं कभी तो मुर्दा जिस्मों में बसती रूह भी कराह उठेगी सोई ज़मीर…
मातम में देखो हर ख़ुशी बन चुकी है! ( Matam Mein Dekho Har Khushi Ban Chuki Hai ) मातम में देखो हर ख़ुशी बन चुकी है! ग़मों से भरी जिंदगी बन चुकी है लगा रोग ऐसा किसी की चाहत का जीने के लिए आशिक़ी बन चुकी है रहा दूर तुझसे नहीं…
दिल में मेरे इस कदर अहसास तेरा ( Dil Mein Mere Is Kadar Ehsaas Tera ) दिल में मेरे इस कदर अहसास तेरा। हर जगह अब हो रहा आभास तेरा।। दिल बहलता ही नहीं तस्वीर से अब। हमको भी दीदार होता काश तेरा।। रोज करते हो नए तुम तो बहाने। कैसे आए…