अपनी दुनिया उजाड़ बैठा मैं

अपनी दुनिया उजाड़ बैठा मैं | Apni duniya shayari

अपनी दुनिया उजाड़ बैठा मैं ( Apni duniya ujad baitha main )    अपनी दुनिया उजाड़ बैठा मैं सबसे रिश्ते बिगाड़ बैठा मैं   क़ब्र खोदी थी ग़ैर की ख़ातिर लाश अपनी ही गाड़ बैठा मैं   बेखुदी के शदीद आलम में हाय ख़त उसका फाड़ बैठा मैं   मुझसे नाराज़ हो गयी खुशियाँ आज…

यूं किसी के प्यार में 

यूं किसी के प्यार में | Pyar wala shayari Hindi mein

यूं किसी के प्यार में  ( Yoon kisi ke pyar mein )    तुमानों मेरी बात देखो दिल सुधर जा ! यूं किसी के प्यार में ही मत बिखर जा   ग़ैर जैसे हो गया उसके लिए ही पास से ऐसे वहीं मेरे गुज़र जा   सिर्फ़ तन्हाई नज़र आती मुझे तो ये जहां तक…

प्यार में अंग अंग है नशीला मेरा 

प्यार में अंग अंग है नशीला मेरा | Poem pyar mein

प्यार में अंग अंग है नशीला मेरा  ( Pyar mein ang ang hai nasheela mera )      प्यार में अंग अंग है नशीला मेरा ऐसा काटा निगाहों से उसने यारों   और कोई नजर आता चेहरा नहीं उसके ऐसा चढ़ा है नशा प्यार का   प्यार में अंग अंग है नशीला मेरा ऐसा काटा…

ज़िंदगी भर ज़िंदगी की जुस्तजू की

ज़िंदगी भर ज़िंदगी की जुस्तुजू की | Justuju shayari

ज़िंदगी भर ज़िंदगी की जुस्तुजू की ( Zindagi bhar zindagi ki justuju ki )    ज़िंदगी भर ज़िंदगी की जुस्तजू की प्यास से गुज़रे मगर फिर आरज़ू की   मुफ़लिसी में दर बदर फिरते रहे पर आबरू लेकिन नहीं बेआबरू की   मुग्ध हो चेहरा उठा तस्वीर से तब इक मुसव्विर ने जो कॉपी हूबहू…

हाँ  रहेगी ज़ुबां सदा हिंदी i

हाँ रहेगी ज़ुबां सदा हिंदी | Hindi par shayari

हाँ रहेगी ज़ुबां सदा हिंदी  ( Han rahegi zuban sada Hindi )    हाँ  रहेगी ज़ुबां सदा हिंदी i की न होगी कभी जुदा हिंदी   राग जैसे बजा हो कानो में प्यार से बोलता रहा हिंदी   इसके हर शब्द में ग़ज़लें कविता तू सुर से सुर ज़रा मिला हिंदी   जो समझ में…

मुहब्बत की मिली ये कब  दवा है

मुहब्बत की मिली ये कब दवा है | Poetry on muhabbat

मुहब्बत की मिली ये कब  दवा है ( Muhabbat ki mili ye kab dava hai )     मुहब्बत की मिली ये कब  दवा है मिली बस नफ़रतों की ही जफ़ा है   मिलें है ग़म मुहब्बत के  वफ़ा में निकलती दिल से आहें अब सदा है   सलामत वो रहे बस हो जहां भी…

अश्कों में भीगी आंखें है!

अश्कों में भीगी आंखें है | Gum shayari in Hindi

अश्कों में भीगी आंखें है! ( Ashkon mein bheegi aankhen hai )    अश्कों में भीगी आंखें है! उसकी ही आती यादें है बारिश नफ़रत की रोज यहाँ उल्फ़त की कब बरसातें है ढूढ़ रहा था प्यार वफ़ा जो खोयी मुझसे वो राहें है शब्द नहीं बोले उल्फ़त के तल्ख़ बहुत उसकी बातें है नीद…

दुश्मनों से हम लड़ेंगे

दुश्मनों से हम लड़ेंगे | Patriotic kavita

दुश्मनों से हम लड़ेंगे ( Dushmano se hum ladenge )   दुश्मनों से हम लड़ेंगे मुल्क के देखिए  हम भी सेना के साथ है   हम मिटा देगें अदूं की सोच को देखता कश्मीर के वो जो सपनें   प्यार देगें मुल्क को अपनें खू का अपनी धरती मां की सेवा करके  ही   जुल्म…

मौला..! तू करम करना

मौला तू करम करना

मौला..! तू करम करना ( Maula tu karam karna )    अल्लाह..! तू करम करना मौला..! तू रहम करना बस…. इतनी दया तू करना जो भटक गए हैं उनको तू राह दिखाना उनको तू सद्बुद्धि देना उनको तू सन्मार्ग दिखाना वे नापाक हरकतों को छोड़ दें कदाचार को वे छोड़ दें अल्लाह..! तू इतना करम…

जख्म है दर्द है तन्हाई है।

जख्म है दर्द है तन्हाई है | Shayari on zakhm

जख्म है दर्द है तन्हाई है ( Zakhm hai dard hai tanhai hai )   जख्म है दर्द है तन्हाई है। न जाने कब मेरी सुनवाई है।।   रात को चैन से सो लेती है, मुझसे अच्छी मेरी परछाई है।।   कत्ल करता है मेरी किश्तों में, मेरा कातिल बहुत कसाई है।।   सांस का…