हाँ  रहेगी ज़ुबां सदा हिंदी i
हाँ  रहेगी ज़ुबां सदा हिंदी i

हाँ रहेगी ज़ुबां सदा हिंदी 

( Han rahegi zuban sada Hindi ) 

 

हाँ  रहेगी ज़ुबां सदा हिंदी i

की न होगी कभी जुदा हिंदी

 

राग जैसे बजा हो कानो में

प्यार से बोलता रहा हिंदी

 

इसके हर शब्द में ग़ज़लें कविता

तू सुर से सुर ज़रा मिला हिंदी

 

जो समझ में आये यहाँ सबके

गीत ग़ज़लें तू वो सुना हिंदी

 

साथ देगी वफ़ा मुहब्बत से

ये न होगी कभी खफ़ा हिंदी

 

छोड़ो भी तल्ख़ भाषा यूं करनी

प्यार से बोल तू ज़रा हिंदी

 

और में ये नहीं बातें “आज़म”

दिल को देती है हौसला हिंदी

 

शायर: आज़म नैय्यर

(सहारनपुर )

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