देखते देखते सब बदल जाएगा | Dekhte Dekhte
देखते देखते सब बदल जाएगा
( Dekhte dekhte sab badal jayega )


( Dekhte dekhte sab badal jayega )


बेटी ( Beti ) बेटी- है तो, माँ के अरमान है, बेटी- है तो, पिता को अभिमान है! बेटी- है तो, राखी का महत्त्व है, बेटी- है तो, मायका शब्द है! बेटी- है तो, डोली है, बेटी- है तो, बागों के झुले हैं! बेटी- है तो, ननद- भाभी की ठिठोली है! बेटी- है…

आजमाया करें ( Aajmaya Karen ) बेवजह बात को ना बढाया करे, मुझसे जब भी मिले मुस्कुराया करे। सारी दुनिया के रंजो व गम भूल कर, दो घडी आँख मुझसे मिलाया करे। आरजू जो दबी सी सनम दिल में है, आप मुझसे कभी ना छुपाया करे। आइने सा ये चेहरा मेरा है सनम,…

वो मजदूर है ( Wo mazdoor hai : Kavita ) अरे! वो मजदूर हैं इसीलिये तो वो मजबूर हैं उनकी मजबूरी किसी ने न जानी मीलों का सफर तय किया पीकर पानी। पांव में जूते नही छाले पड़ गए थे भारी अमीरो को तो लेने जहाज गए विदेश, उनके लिये तो बसों के भी…

स्वयं का मोल ( Swayam ka mole ) मिलन सारिता,प्रेम,लगाव आदि बेहद जरूरी है बावजूद इसके,आपको अपनी भी कीमत स्वयं ही निर्धारित करनी होगी.. आपका पद,रिश्ता,भूमिका आपको खुली छूट नही देता आप जहां,जिस जमीन पर ,जिसके साथ खड़े हैं ,वहां आपका कुछ मूल्य भी है… अधिक सस्ती या सुलभ उपलब्धता वस्तु हो या व्यक्ति…

पर्व पर गर्व ( Parv par Garv ) भले जली होलिका आज भी जल रही है जिंदा है आज भी हिरण कश्यप रावण आज भी जिंदा है बच गया हो प्रहलाद भले बच गई हों सीता भले अहिल्या को मिल गई हो मुक्ति तब भी आज भी स्थिति वही है खुशियां मनाएं किस बात…

लोहार्गल धाम ( Lohargal dham ) ( शेखावाटी,नवलगढ़ जिला झुंझुनूं (राजस्थान) में अवस्थित लोहार्गल धाम की स्तुति में कुछ पंक्तियां सादर निवेदित हैं ) शेखावाटी हरिद्वार उपमित, पुनीत पावन लोहार्गल धाम अलौकिक द्वापर ब्रह्म हृदय, पाप मोक्ष परम स्थल । विष्णु मत्स्य अवतार धरा, धारित भव्य रूप सकल । ब्रम्हद पुरात्तन अलंकार , प्रदत्त…