Kavita pran pakheru

प्राण पखेरू उड़ जाना है | Kavita pran pakheru

प्राण पखेरू उड़ जाना है ( Pran pakheru ud jana hai )   प्राण पखेरू उड़ जाना है पिंजरा खाली कर जाना हैl रिश्ते नाते पति और बेटा बंधन तोड़ चले जाना है l कसमे वादे ईमान वफा पीछे सब रह जाना हैl मिट्टी का बना यह पुतला मिट्टी में मिल जाना हैl द्वेष भावना…

Old Age Homes in India

भारत में बढ़ते हुए वृद्ध आश्रम | Growing Old Age Homes in India

भारत में बढ़ते हुए वृद्ध आश्रम ( Growing Old Age Homes in India )   भारत में बढ़ते हुए वृद्ध आश्रम बच्चों को प्रेरित कर रहे हैं कि माता-पिता को वृद्ध आश्रम में छोड़ा जाएl, भारतीय संस्कृति में वृद्ध आश्रम का कोई स्थान नहींl आश्रय आश्रम तो मान सकती हूंl, कि उनका कोई करने वाला…

Kavita woh buddha neem

वह बुड्ढा नीम | Kavita woh buddha neem

वह बुड्ढा नीम ( Woh buddha neem )   जो तपस्वी सा खड़ा अचल वो बुड्ढा नीम। जर्जर सी हवेली हुई डगमग हो रही नींव।   यादों के झरोखों में झलक आए सावन सारे। ठाठ बाट हवेली के वो दिन थे कितने प्यारे।   हाथी घोड़े ऊंट होते भावों की बयार बहती। आपस में प्रेम…

Kavita bin badal barsaat

बिन बादल बरसात | Kavita bin badal barsaat

बिन बादल बरसात ( Bin badal barsaat ) महक जाए चमन सारे दिल की वादियां घर हमारे। झूम उठे मेरा मन मयूरा मुस्कुरा उठे चांद वो तारे।   हो जाए दिल दीवाना मधुर सुहानी जब लगती रात। मन का मीत तेरे आने से होती बिन बादल बरसात।   कोई नया तराना लिखता होठों का मुस्कुराना…

Nikah shayari

आज उसका निकाह है आज़म | Nikah shayari

आज उसका निकाह है आज़म ( Aaj usaka nikah hai Aazam )     आज उसका  निकाह है आज़म यूं नम  आँखें  निग़ाह है आज़म   लोग  डूबे गरुर में अपने कब ग़ज़ल पर ही वाह है आज़म   हाल उसनें पूछा नहीं आकर ठहरा उसके नवाह है आज़म   जां बचे उस गरीब की…

Kavita izzat

इज्जत चाहते हो तो इज्जत करो | Kavita izzat

इज्जत चाहते हो तो इज्जत करो ( Izzat chahte ho to izzat karo )   मिले मान मर्यादा हमको दुनिया में सम्मान मिले। हौसलों को मिले सफलता ना कोई व्यवधान मिले।   सब करे सम्मान हमारा ऐसा कोई शुभ काम करो। इज्जत चाहते हो जहां में सबका तुम सम्मान करो।   इज्जत करने वालों को…

Ghazal Ishq - e - Junoon

इश्क़ ए जुनूँ. | Ghazal Ishq – e – Junoon

इश्क़ ए जुनूँ. ( Ishq – e – Junoon )   दिले कैफियत में तुम्हारी खैरियत मिलाए बैठे हैं अपने अर्श में तुम्हारा अक्स मिलाए बैठे हैं क्या हुआ जो आसमाँ का चाँद हो तुम साहब फिर भी शिद्दत से तुम्ही पर नज़रें गड़ाए बैठे है।   इश्क़ जुनून बना है जाने क्या असर ये…

Kavita kaagaz ke putle mat funko

कागज के पुतले मत फूंको | Kavita kaagaz ke putle mat funko

कागज के पुतले मत फूंको ( Kaagaz ke putle mat funko )     कागज के पुतले मत फूंको मन का अंधियारा दूर करो। जो दंभ छिपाये बैठे हो वो अंतर्मन अभिमान चूर करो।   लूट खसोट बेईमानी काले कारनामों की भरमार। जालसाजी रिश्वतखोरी अब फैल रहा है भ्रष्टाचार।   अभिमान को नष्ट करो जो…

Ghazal tere aansu

तेरे आंसू | Ghazal tere aansu

तेरे आंसू ( Tere Aansu )   दिलो दिमाग में दिन रात रहा करते है। तेरे आंसू मेरी ऑंखों से बहा करते हैं।। टूटने का सबब पत्ते से पूछना न कभी, हिज़्र के दर्द से मकां भी ढहा करते हैं।। बमुश्किल मिलता है पल भर का सुकूं, उम्र भर गम इसी के लिए सहा करते…

Kavita aaj bhi hoon

आज भी हूँ | Kavita aaj bhi hoon

आज भी हूँ ( Aaj bhi hoon )   मैं मर चुका हूं ये कौन कह रहा है, मैं कल भी कालजयी था आज भी हूं l मेरा जीवन हर कल में स्थिर रहा है , मैं कल भी था असुराधिपति आज भी हूँll   रावण है जब तक इस जग में , राम तेरा…