Search Results for: शायरी

ऐ ख़ुदा यही है दुआ मेरी , मैं गिरूँ न दिल के मक़ाम से

ऐ ख़ुदा यही है दुआ मेरी | Ai Khuda

ऐ ख़ुदा यही है दुआ मेरी ( Ai Khuda Yahi Hai Dua Meri )     ऐ ख़ुदा यही है दुआ मेरी , मैं गिरूँ न दिल के मक़ाम से मेरी  जिंदगी  को  नवाज़  दे तू मुहब्बतों  के  इनाम  से   ये हयात देख महक रही ,मेरी शायरी भी चमक रही “तेरे ज़िक्र से ,तेरी…

रहे तन-मन सदा अपना वतन के वास्ते जग में

Desbhakti Kavita -रहे तन-मन सदा अपना वतन के वास्ते जग में

रहे तन-मन सदा अपना वतन के वास्ते जग में ( Rahe Tan-Man Sada Apana Watan Ke Waste Jag Mein )   रहे  तन-मन  सदा अपनावतन के वास्ते जग में। बहारें  खुद  चली आती  चमन के वास्ते जग में।।   उसी  को थाम के  चलते वही रहता दिलों में है। तिरंगा पास में रखते कफ़न के…

मेरी नजर में 'आका बदल रहे हैं' ग़जल संग्रह

Book Review : Aaka Badal Rahe Hain -पुस्तक समीक्षा: आका बदल रहे हैं

  पुस्तक समीक्षा: आका बदल रहे हैं ( गजल संग्रह ) ( Book Review: Aaka Badal Rahe Hain )               लेखक: विजय कुमार तिवारी सेतु प्रकाशन माधव पार्क -२ बस्त्राल रोड, बस्त्राल अहमदाबाद -382418 मूल्य: रु. 180 डॉ अलका अरोडा प्रोफेसर -देहरादून के द्वारा आदरणीय श्रीमान विजय कुमार तिवारी…

गया जो हाथ खाली था सिकंदर जानता होगा

गया जो हाथ खाली था सिकंदर जानता होगा

गया जो हाथ खाली था सिकंदर जानता होगा ( Gaya Jo Hath Khali Tha Sikandar Janta Hoga )   यहीं सब छौङ  के जाते बशर हर जानता होगा। गया जो हाथ खाली था सिकंदर जानता होगा।।   जुबां ही जब नहीं खोली समझते बात फिर कैसे। छुपे क्या राज़ सीने में वो खंजर जानता होगा।।…

ग़म के मारों को खबर क्या दिल्लगी क्या चीज है

ग़म के मारों को खबर क्या दिल्लगी क्या चीज है

ग़म के मारों को खबर क्या दिल्लगी क्या चीज है   ग़म के मारों को खबर क्या दिल्लगी क्या चीज है। लोग जिंदा-दिल समझ पाये हँसी क्या चीज है।।   दिल मिला हो जिससे गहरा उससे दूरी फिर कहां। दिल लगाकर हमने जाना आशिकी क्या चीज है।।   इक नशा सा छा रहा है दिल…

ग़म से जीना सदा मुहाल रहा

ग़म से जीना सदा मुहाल रहा

ग़म से जीना सदा मुहाल रहा   ग़म  से जीना  सदा मुहाल  रहा।। फिर  भी  जीते  रहे कमाल रहा।।   क्यूं  दबे  हम ग़मों  के  बोझ तले। जिंदगी  भर   यही  मलाल  रहा।।   पास  रह   के  भी  दूर  -दूर   रहे। दूरियां   क्यूं  बढी   सवाल  रहा।।   याद   आती   रही   दुखाने  दिल। दिल  यूं  होता  सदा…

उसके ख़त का जवाब देना है

उसके ख़त का जवाब देना है | Khat Shayari

उसके ख़त का जवाब देना है ( Uske khat ka jawab dena hai )      उसके ख़त का जवाब देना है अब उसे एक गुलाब देना है   जान तो नाम कर चुके तेरे और क्या अब जनाब देना है ?   इस जहां में तुझे ही बस हमको बावफ़ा का ख़िताब देना है…

कुमार के मुक्तक

कुमार के मुक्तक | Kumar ke muktak

कुमार के मुक्तक ( Kumar ke muktak )  १ बहते   हुए  जल   पे  कभी  काई नहीं आती, बिना  उबले   दूध  पर   मलाई   नहीं  आती। थोङी  बहुत  शायरी  तो  सभी  कर  लेते  हैं, “कुमार”दर्द से गुजरे बिन गहराई नहीं आती। २ कौन कहता है कि दुःख में, कोई अपना नहीं होता। सितारे होते है कुछ लोग…

ढा रही है सितम ये हंसी आपकी

ढा रही है सितम सादगी आपकी

ढा रही है सितम सादगी आपकी     ढा  रही  है  सितम सादगी आपकी। कातिलाना अदा  यूं  सभी  आपकी।।   उस ख़ुदा की तरह दिल से चाहा तुझे। कर  रहा  है  ये  दिल  बंदगी आपकी।   महफिलों  में  गया  तो  वहां  ये लगा। खल रही है कहीं कुछ कमी आपकी।।   हुश्न तेरा वो दिल…

आँसुओं में ग़मों को बहाता है क्यूं

आँसुओं में ग़मों को बहाता है क्यूं | Aansu Shayari

आँसुओं में ग़मों को बहाता है क्यूं ( Aansuon mein gham ko badhata hai kyon )    आँसुओं में ग़मों को बहाता है क्यूं। जो ख़ज़ाना है उसको लुटाता है क्यूं।।   कौन समझा किसी दिल पे गुजरी हुई । ज़ख्म दिलके सभीको दिखाताहै क्यूं।।   फल मिलेगा सभी को किए का यहां। पाप करते…