प्यार में दिल टूटा नहीं होता
प्यार में दिल टूटा नहीं होता
प्यार में दिल टूटा नहीं होता
जख़्म दिल में गहरा नहीं होता
ढूंढ़ पाता नहीं नगर में मैं
याद जो वो चेहरा नहीं होता
फ़ेरकर मुंह नहीं चलता उससे
ग़ैर उससे रिश्ता नहीं होता
तोड़ देता मैं प्यार के धागे
प्यार से जो देखा नहीं होता
तोड़ता उससे मैं न फ़िर रिश्ता
तल्ख़ बातें बोला नहीं होता
दिन गुजरते आज़म उदासी में
प्यार में दिल टूटा नहीं होता
️
शायर: आज़म नैय्यर
(सहारनपुर )
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