पग बढ़ाते चलो

पग बढ़ाते चलो

पग बढ़ाते चलो ***** कंकड़ी संकरी पथरीली, या हों रास्ते मखमली। हृदय में सदैव जली हो अग्नि, स्वार्थ हमें सब होगी तजनी। सेवाभाव की मंशा बड़ी, रास्ते में मुश्किलें भी होंगी खड़ी। पर जब करने की मंशा हो भली, बाधाएं दूर हो जातीं बड़ी से बड़ी। खुदा के वास्ते न देखो पीछे मुड़कर, बस तू…

मौला..! तू करम करना

मौला तू करम करना

मौला..! तू करम करना ( Maula tu karam karna )    अल्लाह..! तू करम करना मौला..! तू रहम करना बस…. इतनी दया तू करना जो भटक गए हैं उनको तू राह दिखाना उनको तू सद्बुद्धि देना उनको तू सन्मार्ग दिखाना वे नापाक हरकतों को छोड़ दें कदाचार को वे छोड़ दें अल्लाह..! तू इतना करम…

बदलते समय के साथ बदलती हुई हिंदी

बदलते समय के साथ बदलती हुई हिंदी को स्वीकार करना वक्त की जरूरत है

बदलते समय के साथ बदलती हुई हिंदी  ( Badalte samay ke sath badalti hui Hindi )    हिंदी दिवस आते आते हिंदी भाषा की चर्चा जोर पकड़ लेती है। हर तरफ हिंदी भाषा की चर्चा शुरू हो जाती है। सरकारी कार्यालयों, स्कूल कॉलेजों में हिंदी दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए…

अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहिए

अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहिए | Annadata par kavita

अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहिए ( Annadata ka dhara par maan hona chahiye ) ******** अन्नदाता का धरा पर मान होना चाहिए, उनके हित में भी कभी कुछ काम होना चाहिए। विषम परिस्थितियों में कठिन श्रम कर अन्न उगाते हैं, स्वयं भूखे रहकर भी देश को खिलाते हैं। खाद पानी बीज के लिए…

दर्द की व्यथा

Ghazal | दर्द की व्यथा

दर्द की व्यथा   दर्द इस कदर,  बेहाल था, थी उम्मीद सहारा दोस्त हैं, कुछ मायूस कर चले, कुछ को थी खबर , उंगलियां फोन तक न चले, कुछ तो थे साथ मरहम ले चले कभी जिनका  थे सहारा, आज वही बेसहारा कर चले, दर्द इस कदर  बेहाल था कुछ अपने परिजन घरों में चला,…

शाबाश अनन्या

शाबाश अनन्या | Anannya par kavita

शाबाश अनन्या ( Shabash Anannya ) ***** तुने हिम्मत दिखाई, खुद के लिए ‘राजधानी’ चलवाई। रेल प्रशासन को झुकाई, गया गोमो होते हुए ट्रेन रांची ले आई। तुम बहादुर हो, प्रेरणा हो; शेरनी हो । अकेली हो इतनी हिम्मत दिखाई! वरना 930 यात्रियों ने तो डाल्टेनगंज में ही ट्रेन ही छोड़ दी, आवाज उठाने की…

दुख भरे दिन बीते रे भैया

दुख भरे दिन बीते रे भैया | Vyang dukh bhare din beete re bhaiya

दुख भरे दिन बीते रे भैया ( Dukh bhare din beete re bhaiya )   पुराणों के अनुसार छिपकली को लक्ष्मी का रूप माना गया है। कल लेटे हुए मैं अपनी निकृष्ट जिंदगी पर विचार कर रहा था। अभी मैं  निष्कर्षों में पहुंचा ही था कि लक्ष्मी जी सीधा मेरी नाक पर आकर गिरीं। अहोभाग्य!!!…

मुश्किल हो गया

मुश्किल हो गया | Poem mushkil ho gaya

मुश्किल हो गया ( Mushkil ho gaya )   जब तुम मुझसे मिलना ही नहीं चाहते थे तो फिर ये बातों का सिलसिला प्यार-मोहब्बत की बातें क्यों बढ़ाई…….??   क्यूँ झूठे चक्कर में डाला तुम अपना इरादा पहले ही बता देते क्यूँ तुमने मेरा चैन छीना क्यूँ मेरे मन को डुलाया? मैं नादान था जो…

वजन घटाना जरूरी है

वजन घटाना जरूरी है | Motapa par kavita

वजन घटाना जरूरी है ( Vajan ghatane jaruri hai ) ***** डोले शोले नहीं , वजन घटाने पर दें जोर, मधुमेह हृदयरोग व स्ट्रोक का यही है तोड़। ओबेसिटी कांग्रेस में ऐसा जताया गया है, मोटापे को हृदय के लिए खतरा बताया गया है। वजन में कमी लाकर- टाईप-2 मधुमेह की संभावना 42% तक घटा…

दुस्साहस !

दुस्साहस | Kavita dussahas

दुस्साहस ! ( Dussahas ) *** भय से भी भयभीत नहीं हो रहे हैं हम, लाख चेतावनियों के बाद भी- कान में तेल डाल, सो रहे हैं हम। दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा आंकड़ा- दानव रूपी कोरोना का, हम ताली थाली पीट रहे- सहारा ले रहे जादू टोना का ! सरकार जुटी है सरकार बनाने…