Kavita | थप्पड़
थप्पड़
( Thappad )
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( Thappad )
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हम अपने कर्तव्य निभाएं ( Hum Apne Kartavya Nibhaye ) उठें सुबह फिर निपट नहाएं ! पोलिंग बूथ पर जाकर अपने !! अपनो के संग वोट दे आएं ! हम अपने कर्तव्य निभाएं !! लोकतंत्र का जश्न मनाएं ! सोच समझ कर वोट है देना बहकावे में फिर ना आएं ! लोकतंत्र को सबल…
हे मां सरस्वती ( Hey Maa Saraswati ) मां सरस्वती कहती स्वर से स्वर मिलता है, वाणी का सुर आज नहीं तो,कल मिलता है। मां सरस्वती कहती विचलित न होना सवाल से, काफी अड़चन आती है आगे उसका हल मिलता है। वाणी का सुर आज नहीं तो कल मिलता है। मां सरस्वती कहती दिल…
राष्ट्रनिर्माता – शिक्षक कलम के महत्व को बताता है शिक्षक। जीवन स्तर को ऊपर उठाता है शिक्षक। जहाँ को बेहतर बनाने की करता कोशिश, बेहतर इंसान हमेशा बनाता है शिक्षक। स्वाभाविक विकास करता है शिक्षक। मानव मूल्यों की रक्षा करता है शिक्षक। दया मया भरा और होता है क्षमाशील, अच्छे राष्ट्र का निर्माण करता है…
मतदान करो ( Matdan Karo ) कन्यादान को हि कहा गया दान सर्वोच्च किंतु, समय की बदलती धारा में अब, मत दान हि है उच्च करना है यह पुण्य कर्म सभी को अत्यावश्यक् है यह धर्म सभी को इसमें नही भेद भाव उच नीच का समझना है भविष्य का मर्म सभी को एक वोट…
ख्वाब टूटे कभी तो अरमान का पता चले ( Khawab Tute Kabhi To Armaan Ka Pata Chale ) ख्वाब टूटे कभी तो अरमान का पता चले मुझे आँख लगे जो तूफ़ान का पता चले ए-शराब में तुझे कुछ इस तरह से पीता हूँ मदहोश भी रहूँ तो मकान का पता चले …