Kavita | थप्पड़
थप्पड़
( Thappad )
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( Thappad )
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ज़िन्दगी ढूंढ ही लेगी ज़िन्दगी, ढूंढ ही लेगी ।सुखों का द्वार ।खुशी की वज़ह ।सुकून की जगह ।खोया हुआ प्यार ।छूटा हुआ साथ ।मुस्कानों का हार ।बेफ़िक्र दिन रात ।अपनों का साथ ।हां, ज़िन्दगी ढूंढ लेगी । श्रीमती प्रगति दत्तअलीगढ़ उत्तर प्रदेश यह भी पढ़ें :
मन की दीवार ( Man ki deewar ) मर सी जाती हैं भावनाएं दिन रात की नित तकरार से हो जाता है खत्म सा सफर शुरू करते हैं जिसे प्यार से कभी शक की खड़ी दीवार कभी बदलते विचारों की भिन्नता कभी किसी का बढ़ता प्रभाव उपजा ही देते हैं मन में खिन्नता कभी…
शबरी जीवन ( Shabari Jeevan ) शबरी जीवन धन्य हुआ, राम नवधा भक्ति से ************ अवतरण भव्य भील समुदाय, मूल संज्ञा संबोधन श्रमणा । रक्त संबंध शबर जाति कारण, शबरी नाम सृष्टि पट रमणा । बाल्यकाल परिणय भील कुमार, पर विच्छेदन पशु बलि दृश विरक्ति से । शबरी जीवन धन्य हुआ, राम नवधा भक्ति…
मकसद ( Maqsad ) ज्ञान मंजिल तक पहुंचाता है पर मंजिल का पता हो ध्यान मकसद तक ले जाता है अगर ध्यान मकसद पर डटा हो चूर चूर हो जाते हैं सारे सपने जब मार्ग ही लापता हो इच्छाएं सपने उद्देश्य पूरे होते हैं जब खुद में समर्पण की दक्षता हो…
हो शालू! ( Ho Shalu ) झमकावेलू, आंख देखावेलू लचकावेलू, मटकावेलू धमकावेलू, महटियावेलू ना आवेलू, अंठियावेलू सुनावेलू, सतावेलू। लेखक-मो.मंजूर आलम उर्फ नवाब मंजूर सलेमपुर, छपरा, बिहार । यह भी पढ़ें : मंजूर के दोहे | Manzoor ke dohe
राम नवमी विशेष ( Ram navami vishesh ) अवधपुर में राम का आज अभिनंदन जनम लियो रघुकुल में दशरथ के नंदन ….. कौशल्या ने जाया जब यज्ञ खीर खाया पुत्र रूप राम को तब ममता ने पाया दूर करने आए दशरथ का क्रंदन !! अवधपुर में राम जी का ……