Romantic Shayari | पास मेरे आ हमजोली
पास मेरे आ हमजोली
( Paas Mere Aa Hamjoli )
पास मेरे आ हमजोली
खेलें उल्फ़त की होली !
उल्फ़त को दिल में रख लो
मारो नफ़रत को गोली
इस जग में सबसे बढ़कर
सूरत लगती वो भोली
ज़हर न घोलो होली में
बोलो मीठी अब बोली
प्यार भरी खेलें होली
आओ बनाकर हम टोली
होली के रँग से ‘आज़म’
भीग गयी उसकी चोली !