hindi poem on child | बच्चों की हिन्दी लिखावट
बच्चों की हिन्दी लिखावट
( Bacchon ki hindi likhawat )
( Bacchon ki hindi likhawat )
भूख और पेट ( Bhookh aur pet ) सड़क पुल नदियों को निगले डकार नहीं लेते आंधी है या कोई तूफान बहार आने नहीं देते कुछ को धन की भूख है कुछ का पेट बहुत बड़ा जाने कितने ही घोटालों का हंगामा हो गया खड़ा भुखमरी बेरोजगारी अब गरीबी दूर होनी चाहिए…
खोखले शब्द ( Khokhale shabd ) शब्द कोष मे ऐसे शब्द हैं ही नहीं की जो भूख से ऐंठती अंतड़ियों के दर्द भूख से रोते बिलखते बच्चों की याचना भरी दृष्टि खाली पड़े बर्तनों की खन खनाहट को शब्दों में व्यक्त कर सकें वो शब्द ही नही बने जो ऐसी स्थिति में मां को…
गुरु ज्ञान की ज्योत ( Guru Gyan ki Jyoti ) हे गुरुवर तू मेरे देश में ज्ञान की ज्योत जगा दे ! बल बुद्धि विद्या वैभव से अंधकार को दूर भगा दे । मोह माया की सुरा को पीकर सोया है जो राष्ट्र छेड़ ज्ञान की तान यहां तू भ्रष्टाचार मिटा दे ।। हे गुरुवर…
रक्षा बंधन ये कहे ( Raksha Bandhan ye Kahe ) रक्षा बंधन प्रेम का, मनभावन त्यौहार। जिससे भाई बहन में, नित बढ़े है प्यार। बहनें मांगे ये वचन, कभी न जाना भूल। भाई-बहना प्रेम के, महके हरदम फूल।। रेशम की डोरी सजी, बहना की मनुहार। रक्षा बंधन प्यार का, सुंदर है त्योहार।। रक्षा बंधन प्यार…
प्रेम पलेगा जब अंतस में ( Prem palega jab antas mein ) प्रेम पलेगा जब अंतस में,पीड़ा बारंबार मिलेगी निज स्वार्थ अस्ताचल बिंदु, समता भाव सरित प्रवाह । त्याग समर्पण उरस्थ प्रभा, स्पृहा मिलन दर्शन अथाह । पग पग कंटक शूल चुभन, पर मुखमंडल मुस्कान खिलेगी । प्रेम पलेगा जब अंतस में, पीड़ा बारंबार…
जरूरत-मन्द –>नकली के सम्मुख, असली फीका पड़ जाता है || 1.नकली जेवर की चमक मे, असली सोना फीका पड गया | नकली नगीनों की चमक मे, असली हीरा फीका पड गया | दिखावटी लोगो की चमक मे, असली इंसान फीका पड गया | मतलबी दोस्तों की धमक मे, सच्चा दोस्त फीका पड गया…