परहित का फल | Kahani Parahit ka Phal

एक आदमी बहुत गरीब था। बचपन में ही उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। एक बार उस लड़के की मां ने कहा -- "जाओ बेटा!जंगल...

द्वंद | Dvand

वैसे वह एक हट्टा कट्टा नौजवान है । उसे जिम जाने का शौक बचपन से है । क्या मजाल किसी को की उसको कोई नीचा...

मेहनत के बावजूद | Laghu Katha Mehnat ke Bawajood

जीवन जन्म से ही एक पांव से कुछ दबता है और उसे गरीबी भी विरासत में मिली हुई है। लेकिन उसका घर अपना शहर...

सुर असुर | Katha Sur Asur

प्राचीन काल में सुर और असुर दो भाई थे । दोनों सहोदर थे।। जो भाई काम से जी चुराते थे। किसी प्रकार काम निकाल...

जीवन सूना सूना सा | Katha Jeevan Soona Soona sa

सुदूर दक्षिण प्रांत में एक मास्टर जी है । उनकी जिंदगी बड़े आराम से गुजर रही हैं । पति पत्नी बहुत ही हंसी खुशी...

हाय रे बेरोजगारी | Kahani Berojgari

एक पुस्तक की दुकान पर बहुत से बच्चे जाब का फॉर्म देख रहे थे। उसी में एक फॉर्म डोम की भर्ती का भी निकला...

क्या खोया? क्या पाया? | Kahani Kya Khoya Kya Paya

घर में चारों ओर जाले लगे हुए हैं। कूड़ा कटकर भी जहां देखो पड़ा हुआ है । अबकी होली में घर में पुताई नहीं...

महावीर जयंती | Kavita Mahavir Jayanti

महावीर जयंती ( Mahavir Jayanti )   जीओ जीने दो परम पावन प्रवचन पीओ पीने दो परम पावन प्रवचनजीओ जीवन पीओ ग़म हरदम प्यारे अहि़सा परमो धर्म परम...

दर्द ढोते हैं हम | Laghu Katha Dard

घर की स्थिति ठीक नहीं थी तो रमेश का कौन नहीं मजाक उड़ाता था कि पढ़ - लिखकर आखिर क्या करेगा, वह। रमेश फिर...

नदी पार के लोग | Laghu Katha Nadi Paar ke Log

नदी रामपुर और कैथा गाँव के बीच से होती हुई बहती है। बरसात में जब वह उफनती है तो दोनों गाँव के खेतों को...