सावन फुहार | Kavita Sawan Fuhaar

सावन फुहार | Kavita Sawan Fuhaar

सावन फुहार ( Sawan Fuhaar ) रिमझिम जो सावन फुहार बरसी, जमीं को बुझना था फिर भी तरसी, जो बिखरीं जुल्फों मे फूटकर के, वो बूंद जैसे जमीं को तरसी, रिमझिम जो…………. हमारे हाॅथों मे हाॅथ होता, पुकार सुनकर ठहर जो जाते, बहार ऐसे न रूठ जाती, बरसते सावन का साथ पाते, अजी चमन मे…

कुंदन बना दिया

कुंदन बना दिया | Kuundan Bana Diya

कुंदन बना दिया ( Kuundan Bana Diya ) रक्तरंगी हादसों ने काम ये किया शारदा की साधना में रंग भर दिया आसमाँ की चाह थी ना आसमाँ मिला भूमि पर भी चैन मुझे लेने ना दिया सात फेरे भूख से है प्यास से लीव ईन वक्त ने दो पाट को बीवी बना दिया स्वप्नमाला से…

हालाते जिंदगी

हालाते जिंदगी | Halat-E-Zindagi

हालाते जिंदगी ( Halat-E-Zindagi ) अचानक एक ख़्याल ने, हमें अपने में बांध लिया। ताने-बाने बुनती जिजिविकाओं, ज़िंदगी के हालातो से रूबरू कराने के प्रयास ने हमें, उस मोड़ पर न जाने कितने बरसों पीछे ले जाकर छोड़ दिया। और फिर हां फिर एक-एक चेहरा शतरंज के मोहरे सा मानस पटल पर अपनी, मौजूदगी स्थापित…

एकता का सूत्र | Kavita Ekta ka Sutra

एकता का सूत्र | Kavita Ekta ka Sutra

एकता का सूत्र ( Ekta ka Sutra ) समय की पुकार को समझो और अपने आप को बदलो। हम इंसान है और इंसानो की इंसानियत को भी समझो। अनेकता में एकता को देखों आबाम की बातों को सुनों। शांति की राह को चुनो और शांति स्थापित करो।। देश दुनिया की बातें करते है अपने आप…

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम | Kavita Dr. A.P.J. Abdul Kalam

डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ( Dr. A.P.J. Abdul Kalam ) तुझे महकता फूल कहूँ या, तुझे  अनंत  आकाश कहूँ। पूर्व राष्ट्रपति  मिसाइल मैन, या तुझे मैं  हिंदुस्तान  कहूँ। कलम में इतनी  शक्ति नहीं, मैं कैसे तेरा गुणगान करूँ? हे!   कर्मयोगी,   शिक्षाविद, किन शब्दों में  बयान करूँ। युवा पीढ़ी की शक्ति थे तुम, जाति – पाँत से  परे थे तुम।…

कोई प्रहरी

कोई प्रहरी | Geet Koi Prahari

कोई प्रहरी ( Koi Prahari ) कोई प्रहरी काश लगा दे,ऐसा भी प्रतिबंध । किसी ओर से बिखर न पाये,धरती पर दुर्गंध ।। दिया हमीं ने नागफनी अरु,बबूल को अवसर क्यों बैठे हम शाँत रहे, सोचा कभी न इस पर कभी तो कारण खोजो आये,कैसे यहाँ सुगंध ।। गुलमोहर -कचनार-पकड़िया , आम -नीम-पीपल आज चलो…

प्यारा भारत देश | Geet Pyara Bharat Desh

प्यारा भारत देश | Geet Pyara Bharat Desh

प्यारा भारत देश ( Pyara Bharat Desh ) हमारा है प्यारा बहुत देश जिसमें रहते हर धर्म के लोग ये हमारा हिंदुस्तान है..। जिसमें बसते सबके प्राण तभी तो करते सब प्यार ये हमारा हिंदुस्तान है..।। जहाँ अनेकता में एकता नजर आती है सदा ये हमारा हिंदुस्तान है..। मनाये मिलकर हर त्यौहार चाहे हो वो…

सोच रहा बैठा एकाकी

सोच रहा बैठा एकाकी | Kavita Soach Raha

सोच रहा बैठा एकाकी (  Soach Raha Baitha Ekaki ) बहुत अकेलापन लगता है जनसंकुल संसार में। जन्मान्तर का ऋणी, गई है पूंजी सभी उधार में। सोच रहा बैठा एकाकी, अभी और है कितना बाकी। रिक्त हस्त कैसे चुकताऊं, मेरे नाम लगी जो बाकी। शिथिल अंग हो रहे करूं क्या मैं इसके प्रतिकार में। कालधार…

क़दम क़दम पर

क़दम क़दम पर | Kavita Kadam Kadam Par

क़दम क़दम पर ( Kadam Kadam Par ) क़दम क़दम पर,रात मिलेगी । सुबह हमें ख़ुद , करनी होगी । जब- जब, छायेगा अंधियारा । ख़ुद ही रौशनी , भरनी होगी । क़दम -कदम पर , दीप जलाकर । खोई राह , पकड़नी होगी । भुला कर घातों व , प्रतिघातों को । ज़िन्दगी बसर…

Desh ke Naam

भारत के | सजल

भारत के ( Bharat ke ) तुम हो वीर सपूत महान भारत के बढाते हो तुम्हीं सम्मान भारत के ।।1। निछावर करते प्राण, मोह नहीं करते तुम विश्व-गुरु अभियान हो भारत के ।।2। मौत का कफन बांध लडते हो वीर तुम भारती-सपूत लाल महान भारत के ।।3। मातृभूमि की मिट्टी लगे सबसे अनमोल, कण-कण है…