पिता का अस्तित्व | Kavita Pita ka Astitva

पिता का अस्तित्व ( Pita ka Astitva )   पिता पी ता है गम जिंदगी के होती है तब तैयार कोई जिंदगी गलकर पी जाता है स्वप्न पिता बह...

मतदान महोत्सव | Kavita Matdan Mahotsav

मतदान महोत्सव ( Matdan Mahotsav )   लोकतंत्र का महान महोत्सव मतदान करना शक्ति भक्ति महान महोत्सव मतदान करनाराष्ट्र भक्त का कर्त्तव्य मतदान करें देश हित्त में मिलजुल...

विश्व पृथवी दिवस | Kavita Vishwa Prithvi Divas

विश्व पृथवी दिवस ( Vishwa Prithvi Divas )   पृथ्वी या पृथिवी या मानो विशाल धरा बसता इसके ऊपर ही सृष्टि हरा भरा भू भूमि वसुधा कहो या...

गर्म हवाएं | Kavita Garm Hawayen

गर्म हवाएं ( Garm Hawayen )   बह रही हवाएं गर्म हैं मुश्किल है लू से बचकर रहना एक छत हि काफी नहीं तुम भी जरा संभलकर चलना उमस भरा...

योगेश की कविताएं | Yogesh Hindi Poetry

चांद पता नहीं क्यों पर आज मैंने भी बचपने सी ज़िद की, अपने मां से चांद लाने की मांग की,मां ने भी बड़ी मासूमियत से मुझे...

वोट करो भई वोट करो

वोट करो भई वोट करो   वोट करो भई वोट करो, तारीख अपनी नोट करो, लोकतंत्र नायक बन कर, राजशाही पर चोट करो !! १ !! वोट करो भई वोट...

परिवार सब टूट रहे हैं

परिवार सब टूट रहे हैं संस्कार छूट रहे हैं कुटुंब परिवार सब टूट रहे हैं। संदेह के घेरे फूट रहे हैं अपने हमसे रूठ रहे हैं। घर-घर...

थकान | Kavita Thakan

थकान ( Thakan )   जरूरी नहीं कि हर अंधेरा रोशनी के साथ हि पार किया जाय हौसलों के दीये कुछ दिल में भी जलाये रखा करिये माना कि गम...

रीड योर वे , आनंद का परम स्पंदन | Kavita Read...

रीड योर वे , आनंद का परम स्पंदन   पुस्तक आभा मनोहारी, उरस्थ शीतलता प्रदायक। तृप्त कर जिज्ञासा पटल, अभिव्यक्ति प्रेरणा नायक । शब्द भाव सरित वाहिनी, नित्य शुभता मानस मंडन...

सुन रही हो माँ | Sunn Rahi ho Maa

सुन रही हो माँ ( Sunn Rahi ho Maa )   देखो माँ , हर वर्ष मातृ दिवस पर तुम्हारा गुणगान किया जाता है, उस एक दिन में, भर...