Kavita main Faqeer | मैं फ़कीर वो बादशाह
मैं फ़कीर वो बादशाह ( Main faqeer o baadshah ) दीन दुःखी के मालिक हो, हो करूणा अवतार मेरी भव बाधा हरो, आन पड़ी हूं द्वार। तुम सम दानी नहीं,हम सम याचक और, मैं फ़कीर वंदन करुं, चरणों में मांगू ठौर। तुम हो जग के बादशाह, मेरी क्या औकात। तुमने दी सांसें …