भोजपुरी कविता

सुना प्रधान जी | Pradhan Ji

सुना प्रधान जी ( Suna Pradhan Ji )   अच्छा-अच्छा काम करा सुना प्रधान जी, नींव कै तू पत्थर बनी जाता प्रधान जी। गाँव -गाँव टॉयलेट,सड़क बनवावा, जेकरे नाही घर...

भींगलै मोर चुनरिया | Bhigaile more Chunariya

भींगलै मोर चुनरिया! ( Bhigaile more chunariya )    अरे रामा! मनवाँ में उठे लहरिया, बरस रहल पानी ए हरी। उमड़ -घुमड़ के बरसे बदरिया, सइयाँ घर नहीं, गए शहरिया। अरे...

चिंता में किसान बा | Chinta me Kisan ba

चिंता में किसान बा! ( Chinta me kisan ba )    बिना बारिश के खेतवा सूखान बा, चिंता में किसान बा ना। कइसे होई अब रोपाई, जेब -पइसा ना...

शिक्षा के हाल | Shiksha ke Haal

शिक्षा के हाल ( Shiksha ke haal )   बड़का घराना के हई मैडम समय से कहियो ना आईला आवते दू गो लड़िका पेठाईला कुर्सी दू गो मंगवाईला एगो पर अपने...

भिखमंगा | Bhikhmanga

भिखमंगा  ( Bhikhmanga )    भुख से टुटल बा, पेट ओके रुठल बा दु दाना के आश बा, ओके इहे पियास बा   लोटा ओके हाथ में, एगो कपड़ा साथ...

कईसन बाड़ऽ तुऽ | Kaisan baral tu

कईसन बाड़ऽ तुऽ ( Kaisan baral tu )    अपन घर छोड़ि के दूसरे के घर ताड़अ ताड़ऽ। कईसन बाड़ऽ तुऽ केहू के बात न मानऽ ताड़ऽ, लईका बह गईल, लईकनि बह...

वोटवा तव हर केहू चाहे | Vote Par Bhojpuri Kavita

वोटवा तव हर केहू चाहे   वोटवा तव हर केहू चाहे, आपन कहावेवाला के बा। जीतले पे उड़ि ऊ सुगनवाँ हो, चेहरा दिखावेवाला के बा।पांच साल मुड़ि-मुड़ि रहिया निहरली, परछाईं...

करै चला कटनी | Katni par Kavita

करै चला कटनी   ले ला रोटी-चटनी, करै तू चला कटनी, कि मोर धनिया! फिर से लूटिहा लहरवा कि मोर धनिया।ताजी- ताजी अइली हम अबहिन गवनवाँ, छूटल नाहीं हथवा...

कसाई हाथ बछिया

कसाई हाथ बछिया   कउने संग पगहा धरउला ये बाबूजी, कइसन हम्में दुलहा खरीदला ये बाबूजी। धन कै बड़ा लोभी बाटें हमरो ससुरवा, सासु औ ननद रोज खानी मोर...

सियरा के देहिंया पर बघवा कै खाल बाय

सियरा के देहिंया पर बघवा कै खाल बाय   सियरा के देहिंया पर बघवा कै खाल बाय कहां गइल सब नाता रिस्ता ,भइल बहुरंगी चाल बाय घूम रहे...