मुरझायेगे गुल किसे पता था | Love Ghazal in Hindi Font
मुरझायेगे गुल किसे पता था ( Murjhayenge gul kise pata hai ) मुरझायेगे गुल किसे पता था तूफान ऐसा यहाँ चला था यकीन पे दोस्ती करी उससे करेगा धोखा किसे पता था वफ़ा जिसे दी मुहब्बत में ही दग़ा उसने प्यार में करा था जिसे सदा दी वफ़ा बहुत ही वफ़ा…