पूरे हक़ के साथ ये ग़म किया गया है

पूरे हक़ के साथ | Ghazal poore haq ke saath

पूरे हक़ के साथ  ( Poore haq ke saath )   पूरे हक़ के साथ ये ग़म किया गया है तेरे बाद से नशे को कम किया गया है   ज़हन से हुस्न का दस्तरस किया गया है फिर तेरे होने का वेहम किया गया है   जो तेरे होते हुए करना मुमकिन ना था…

अगर जो उससे प्यार नहीं होता

अगर जो उससे प्यार नहीं होता | Romantic ghazal for lovers

 अगर जो उससे प्यार नहीं होता  ( Agar jo usse pyar nahi hota )     ए यार अगर जो उससे  प्यार नहीं होता यूं रात भर मैं ही  फ़िर बेदार नहीं होता   हम अजनबी होते इस शहर में दोनों फ़िर वो मेरा अगर जो की ए यार नहीं होता   हम जंग नहीं…

यूं न झटकों नक़ाब से पानी

यूं न झटकों नक़ाब से पानी | Romantic ghazal in Hindi

यूं न झटकों नक़ाब से पानी ( Yoon na jhatko naqab se pani )     यूं न झटकों नक़ाब से पानी हुस्ने जानम शबाब से पानी   जीस्त बेकार कर देगी तेरी है ये अच्छा शराब से पानी   प्यार की महकी है  यहाँ खुशबू टप रहा वो गुलाब से पानी   ले आया…

कैसे उसको हम भुलाये

कैसे उसको हम भुलाये | Yaad par shayari

कैसे उसको हम भुलाये ( Kaise usko hum bhulaye )     रोज़ इतना याद आये कैसे उसको हम भुलाये!   वो बहुत बैठा खफ़ा है दोस्त को कैसे मनाये   वो लगा है तोड़ने में दिल से हम रिश्ता निभाये   बेवफ़ाई की कर बातें दिल वफ़ा में जलाये   वो हक़ीक़त में न…

ए सनम कर ले मुहब्बत की बातें !

ए सनम कर ले मुहब्बत की बातें | Mohabbat ki baatein

ए सनम कर ले मुहब्बत की बातें ! ( E sanam kar le mohabbat ki baatein )     ए सनम कर ले  मुहब्बत की बातें! तू नहीं कर ऐसी  नफ़रत की बातें   दोस्ती की छोड़ी रवानी कल उसने हो रही अब तो अदावत की बातें   क्या हुआ ऐसा उसे अब देखिए अब …

न ही देखा ऐसा चेहरा अल्लाह कसम

नही देखा ऐसा चेहरा | Chehra shayari

नही देखा ऐसा चेहरा  ( Nahin dekha aisa chehara )   न ही देखा ऐसा चेहरा अल्लाह कसम था वो ही सुंदर इतना अल्लाह कसम   तोड़ गया है हर वादा चाहत का वो न वहीं निकला है सच्चा अल्लाह कसम   करना तू दोस्त वफ़ा मुझसे यारी में न कभी करना धोखा अल्लाह कसम…

प्यार को कब तक छुपाओगे मगर

प्यार को कब तक छुपाओगे मगर | Shayari pyar bhari

प्यार को कब तक छुपाओगे मगर ( Pyar ko kab tak chupaoge magar )     प्यार को कब तक छुपाओगे मगर हाल दिल का कब सुनाओगे मगर   छोड़ो भी नाराजगी दिल से अपनें प्यार में कब तक सताओगे मगर   बेरुखी अब छोड़ दो दिल से जरा दिल मेरा कब तक जलाओगे मगर…

मन मानता नहीं !

मन मानता नहीं | Poem man manta nahin

मन मानता नहीं ! ( Man manta nahin )   उसी से मिलनें को मन मानता नहीं! मुहब्बत से वही जब बोलता  नहीं   वही ऐसे गुजरा है  पास से मेरे मुझे  जैसे वही के जानता नहीं   सफ़र यूं जीस्त का तन्हा नहीं कटता अगर वो साथ मेरा छोड़ता नहीं   नहीं होती जुदा…

मुझे खुशी है की मेरा कोई अपना नहीं है

मुझे खुशी है की मेरा कोई अपना नहीं है | Mera koi apna nahi

मुझे खुशी है की मेरा कोई अपना नहीं है ( Mujhe khushi hai ki mera koi apna nahi hai )     बाक़ी ज़माना सा तो नहीं खलता है मुझे तू किसने कहा की मुझसे बेगाना है मुझे तू   मुझे खुशी है की मेरा कोई अपना नहीं है ऐ-खुदा क्यों इस कदर चाहता है…

खिल रहे है गुलाब पानी में !

खिल रहे है गुलाब पानी में | Gulab shayari

खिल रहे है गुलाब पानी में ! ( Khil rahe hai gulab pani mein )     खिल रहे है गुलाब पानी में! था पर वो  आफ़ताब पानी में   बारिशों ने सितम ऐसे ढाये घर बहे बेहिसाब पानी में   वो रोए है किसके लिये इतना ख़ूब भीगा नक़ाब पानी में   प्यार का…