जगजननी जानकी | Kavita Jag Janani Janaki
जगजननी जानकी
( Jag Janani Janaki )
अपने चरित्र और चिंतन से नारी जीवन के दर्शन दिखलाइए,
विपदाओं से घिरी जानकी ने कुल की मर्यादा को...
वृद्ध मां बाप | Kavita Vridh Maa Baap
वृद्ध मां बाप
( Vridh maa baap )
वृद्धाश्रमों में जब किसी के मां बाप रोते और बिलखते हैं,
उस पुत्र के लिए बददुआ के लाखों...
सीता नवमी | Kavita Sita Navami
सीता नवमी
( Sita Navami )
जनक नंदिनी वैभव,राम सत्ता आधार
जनक दुलारी महिमा अद्भुत,
प्रातः वंदनीय शुभकारी ।
राम रमाकर रोम रोम,
पतिव्रता दिव्य अवतारी ।
शीर्ष आस्था सनातन...
बिन मानवता | Kavita Bin Manavta
बिन मानवता
( Bin Manavta )
मैं घंटा शंख बजाऊं,या मंदिर मस्जिद जाऊं।
बिन मानवता के एक पल भी,मानव न कहलाऊं।।पहले हवन बाद में दहन,क्यों दुर्गति करवाऊं।।
सीधा...
कहाँ तक | Kahani Kahan Tak
" हलो ..भाई साहब , आप मेजर गौरव शर्मा बोल रहे है न ? ओके , मैं लाहौर से मरियम रहमान बोल रही हूँ...
बनारस | Kavita Banaras
बनारस
( Banaras )
कण कण में हैं शंकर जिसके ,
और मिट्टी है पारस !
तीन लोक से न्यारी नगरी ,
जिसका नाम बनारस !!
आबोहवा यहां का...
परिवार सब टूट रहे हैं
परिवार सब टूट रहे हैं
संस्कार छूट रहे हैं कुटुंब परिवार सब टूट रहे हैं।
संदेह के घेरे फूट रहे हैं अपने हमसे रूठ रहे हैं।
घर-घर...
मेरी जिंदगी में तू बहार बनकर आई है
मेरी जिंदगी में तू बहार बनकर आई है
खिल उठा मन मेरा, खुशियों की घड़ियां छाई है।
जब से मेरी जिंदगी में तू, बहार बनकर आई...
परिया बाबा | Kahani Pariya Baba
चीनू, मीनू , रामू, दिनेश , भोलू और टीनू पांच से दस वर्ष के बच्चे हाथों में गेंद उठाये शोर मचाते हुए घरों से...
पिता का अस्तित्व | Kavita Pita ka Astitva
पिता का अस्तित्व
( Pita ka Astitva )
पिता पी ता है गम जिंदगी के
होती है तब तैयार कोई जिंदगी
गलकर पी जाता है स्वप्न पिता
बह...