अब पहली सी बात नहीं है | Kavita
अब पहली सी बात नहीं है ( Ab pehli si baat nahi hai ) कह देते थे खरी खरी पर, पीठ के पीछे घात नहीं है। बदल गया है आज जमाना, अब पहली सी बात नहीं है।। ऋषि मुनि और संत महात्मा, मन फकीरी धरते थे। मोह माया से दूर रहे वो, कठिन…