श्रृंगार

Hindi Poetry On Life | Hindi Ghazal -श्रृंगार

श्रृंगार (Shringaar ) मधुर स्वर कोकिलार कूकन कामिनी जस रति बदन सी। जड़ित मुक्ता मणित अगणित स्वर्ण कंगन खनखनन सी।।      कमलदल बल विकल लखि अधरन की आभा,    दृगन खंजन चुभन चितवन मलयज सुलाभा, करत जात निनाद सरिता अनवरत कलकल वचन सी।। जड़ित ०।।      कर्ण कुण्डल में भूमण्डल नथनी में ब्रह्मांड…

संस्कारों का गुलाब

Hindi Kavita | Hindi Poetry On Life | संस्कारों का गुलाब

संस्कारों का गुलाब ( Sanskaron Ka Gulab )    माता पिता के संस्कारों का गुलाब हूं, हर किसी गालों का गुलाब थोड़ी हूं।     हर   फूलों   का   जो   रस   चखे मैं   ऐसा   भंवरा   थोड़ी  हूं।     हर दिलों से शतरंज का खेल खेलू ऐसा  दिलों  का  दलाल थोड़ी हूं।     स्वार्थ में…

जीवन अमृत

Hindi Poetry On Life | Hindi Poem | Kavita -जीवन अमृत

जीवन अमृत (Jeevan Amrit ) ** बाद मुद्दत के एक ख्याल आया है जिंदगी से उठा एक सवाल आया है हमने कैसे कांटे बोये कैसे काटा यह जीवन कैसे हम ने बाग लगाए कैसे पाए थे कुछ फल ** भीगी चुनरिया जब फागुन में कैसे हमने रंग चढ़ाएं धानी रंग में रंगा स्वयं को इंद्रधनुष…

रिश्ता

Hindi Poetry On Life | Hindi Poem | Hindi Poetry -रिश्ता

रिश्ता ( Rishta )   कैसा रिश्ता,कब का रिश्ता. सब तो है मतलब का रिश्ता. जात,खून,मजहब का रिश्ता, सबसे बढिया रब का रिश्ता. मिलता नहीं अब *ढब* का रिश्ता,(ढंग) गायब प्रेम,अदब का रिश्ता. दौलत और *मनसब*का रिश्ता,(पद/प्रतिष्ठा) है दोनों मेंं गज़ब का रिश्ता. चुंबन से ज्यों *लब*का रिश्ता,(ओठ) निभता दिन और*शब*का रिश्ता।(रात) दृढ़ है नेक*सबब*…

प्रेम अगन

Hindi Poetry On Life | Hindi Poem | Love Kavita -प्रेम अगन

प्रेम अगन ( Prem Agan )   बचना  होगा   प्रेम  अगन से, इसमे  ज्वाला ज्यादा है। सुप्त सा ये दिखता तो है पर,तपन बहुत ही ज्यादा है।   जो भी उलझा इस माया में, वो ना कभी बच पाया है, या तो जल कर खाक हुआ या, दर्द फफोला पाया है।   कोई कुछ भी…

Antardwand

Hindi Poetry On Life | Hindi Poem -अंतर्द्वंद

अंतर्द्वंद ( Antardwand ) ** लौट आई हैं वो जाकर, धूल धूसरित बदहवास चौखट खड़ी निराश अचंभित घरवाले सभी और नौकर चाकर। प्रश्न अनेक हैं मन में लगी आग है तन में क्या कहूं? क्या करूं सवाल? हो जाए न कुछ बवाल! सोच सभी हैं खामोश, फिर स्वागत का किया जयघोष। पहले अंदर आओ! जा…

चमौली हादसा

Hindi Kavita | Best Hindi Poetry -चमौली हादसा

चमौली हादसा ( Chamoli Haadsha ) ********** टूटा ग्लेशियर फिसला हिमयुक्त पर्वत शिखर बाढ़ नदियों में आई, कीचड़युक्त मलबे में फंस कईयों ने जान है गंवाई। टनल में कार्यरत कई मजदूर अब भी हैं लापता, जाने कहां से आई ऐसी ये आपदा? शासन, प्रशासन ने दु:ख है जताया, आपदा प्रबंधन दल ने पूरी मुस्तैदी से…

अधुरा प्यार

Adhura Pyar shayari | Hindi Poem -अधुरा प्यार

अधुरा प्यार ( Adhura Pyar )     निचोडों  ना  हृदय  मेरा,  यहाँ  यादें  हमारी  हैं। सुहानें दिन के कुछ लम्हें, तुम्हारे संग हमारी है।   चले जाना है तो जाओ,मगर ये याद रखना तुम, हमारे ना हुए  हुंकार पर,तुम्हारी यादें हमारी हैं।   अधुरा प्यार है शायद, वफा आँखों से बहता है। दबा हुंकार…

मृत्यु से पहले

Hindi Kavita | Hindi Poem | Hindi Poetry -मृत्यु से पहले

मृत्यु से पहले ( Mrityu Se Pahle ) ***** तेरे कृत्य काल दिखाएगा दिखा दिखा सताएगा तुमको सब बतलाएगा फेहरिस्त कर्मों की सामने लाएगा देखो समझो! किए क्या क्या हो? जीवन में अपने। तोड़े कितनों के सपने तुमने? जब अपने पर पड़ी है, लग रही बहुत बड़ी है! कष्ट अनंत है दर्द असह्य है प्रतिफल…

कष्ट निशा के मन का

Hindi Kavita | Hindi Poem -कष्ट निशा के मन का

कष्ट निशा के मन का ( Kasht Nisha Ke Man Ka )     चंदा तुमसे कहां छुपा है, कष्ट निशा के मन का । चलते चलते छुप जाते हो, करो प्रयास हरन का ।।   एक पत्ती जो हिली हवा से, सिहर सिहर वो उठती। मूर्तरूप लेती कुछ यांदे, लहर क्षोभ की उठती ।।…