Hindi Kavita | Hindi Poem | Hindi Poetry -बंटवारा
बंटवारा ( Batwara ) नही नफरत की बातें हो,चलों हम प्यार करते है। भुला के सारे शिकवे गम, मोहब्बत आज करते है। नही कुछ मिलने वाला है, तिजारत से यहाँ हमकों, इसी से कह रहा हूँ मैं, चलों दिल साफ करते है। जो बो दोगे धरा पर, बाद में तुम वो ही…