व्यंग्य को साहित्यिक मान्यता परसाई जी की देन – गुणेंद्र

 

छिंदवाड़ा – साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा हिंदी प्रचारिणी समिति सभागार में आयोजित हरिशंकर परसाई स्मृति समारोह कार्यक्रम साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे की विशेष गरिमामयी उपस्थिति और उनके मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ!

कार्यक्रम का शुभारंभ चर्चित गायिका खुशी पाठक द्वारा मां सरस्वती की संगीतमय वंदना के प्रस्तुतीकरण के साथ हुआ कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. कौशल किशोर श्रीवास्तव ने की तथा कार्यक्रम के प्रथम चरण में “हरिशंकर परसाई का व्यंग बोध” विषय पर वरिष्ठ पत्रकार गुणेंद्र कुमार दुबे ने परसाई जी के साहित्य की प्रासंगिकता पर व्याख्यान दिया!

कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ कौशल किशोर श्रीवास्तव ने परसाई जी के साहित्य पर विस्तार से प्रकाश डाला ! साहित्य अकादमी के निदेशक व मुख्य अतिथि डॉक्टर विकास दवे ने भी परसाई जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अपना वक्तव्य दिया !

कार्यक्रम के द्वितीय चरण में रचनाकार नेमीचंद व्योम, अनुराधा तिवारी, संगीता श्रीवास्तव, शशांक दुबे अपना काव्य रचना पाठ किया ! आभार प्रदर्शन स्थानीय संयोजक विशाल शुक्ल ने किया !

कार्यक्रम के पहले चरण का संचालन रणजीत सिंह परिहार ने किया जबकि कार्यक्रम के दूसरे चरण का संचालन नेमीचंद व्योम ने किया!

कार्यक्रम के अंत में साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ विकास दवे के हस्ते हिंदी प्रचारिणी समिति को अनेक साहित्यकारों का महत्वपूर्ण साहित्य भेंट किया गया तथा राष्ट्र नायक सीडीएस जनरल बिपिन रावत एवं अन्य दिवंगत सैन्य अधिकारियों को खुशी पाठक द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीत के साथ भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई!

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