Monthly Archives: May 2020

समय चुराएं | Poonam singh poetry

 समय चुराएं  ( Samay churaye )   आओ ... समय से कुछ समय चुराएं शुन्य के सागर में गुम हो जाएंबीती बातों का हिसाब करें आने वाले पलों का इंतज़ार...

हे सरकार ! कुछ तो करो | Political kavita

   हे सरकार ! कुछ तो करो  ( Hey sarkar kuch to karo )  हे सरकार! कुछ तो करो क्यूँ छोड़ दिया मरने को सड़कों और पटरियों पर दर-दर...

हम मजबूर हैं | Mazdooron ki vyatha par kavita

 हम मजबूर हैं   ( Hum majboor hai )    साहब! हम मजदूर हैं इसीलिए तो मजबूर हैं सिर पर बोझा रख कर खाली पेट,पानी पीकर हजारों मील घर से दूर गोद में...

मुझे आज भी याद है | Prem ras kavita

 मुझे आज भी याद है  ( Mujhe aaj bhi yaad hai )    मुझे आज भी याद है वो कमरा जहाँ........ आखिरी बार मिले थे हम आज भी गवाह है, वो...

मदर्स डे | Mother’s day kavita

   मदर्स डे  ( Mother's day kavita )   मां अपने बच्चों से रूठती ही कब है बच्चे भले ही रुठ जाएं पर, मां क्या कभी रूठती है?  #मदर्स डे साहब!आजकल कौन मना...

मैं चाहता हूं बस तुमसे | Prem kavita in Hindi

   मैं चाहता हूं बस तुमसे ( Main chahta hun bas tumse )   मैं चाहता हूं बस तुमसे थोड़ा सा प्यार थोड़ा-सा मन थोड़ा-सा सुकून थोड़ा-सा अहसास।   मैं तुमसे चाहता हूं बस थोड़ी-सी...