ख्वाहिश | Prem wali shayari

  ख्वाहिश   ( Khwahish )   काश तुम मेरी सर्दियों की अदरक वाली चाय हो जाओ और मैं तुम्हारी सुबह का पहला अखबार हो जाऊँकाश तुम मेरी ओस...

या खुदा कर दे रिहा

  या खुदा कर दे रिहा ( Ya khuda kar de riha )   हर पल यूँ ही आँखे भर जाना उदासी को दर्शाती है, खामोश रह, सब कुछ बर्दाश...

आजकल के नेता | Political shayari

आजकल के नेता ( Aajkal ke neta )   ये वादे तो रोज करते हैं, मगर फिर भूल जाते हैं ।    ये ऐसे दोस्त हैं जो पीठ पर खंजर चुभाते...

यूँ तो | Yun to kavita

यूँ तो  ( Yun to : Hindi poem )   यूं तो अकेले जीने का हौसला रखती हूं, फिर कभी किसी का साथ क्यों चाहती हूं ।   यूं तो...

कुछ लफ़्ज़ों में भावनाओं की अभिव्यक्ति

कई कई अर्थ लिए कुछ लफ़्ज़ों में भावनाओं की अभिव्यक्ति 1.   जुबाँ है पर आवाज नहीं,         और खामोशी में भी बातें हैं...