5 June World Environment Day Poem in Hindi

पर्यावरण दिवस | Hindi Poem on World Environment Day

पर्यावरण दिवस   पेड़-पौधे काटकर बैनर,पोस्टर बना रहे है, संदेशो में जागरूकता अभियान चला रहे है । विलासिता पूर्ण जीवन जीने की चाहत में, हम प्राकृतिक सम्पदा को नित मिटा रहे है। अपने ही हाथो से घोंटकर गला दरख्तों का, मशीनीकरण के आदी हो जीवन बिता रहे है। किसे परवाह क्या होगा आने वाली पीढ़ी का,…

Kavita vishwas

पुल- विश्वास का

पुल- विश्वास का   पहले हमारे बीच बहुत गहरा रिश्ता था प्रेम की नदी पे बने विश्वास के पुल की तरह उस पुल से हम देखा करते थे कभी इन्द्र धनुष के रंग कभी ढलती शाम कभी दूर आलिंगन करते पंछियों को उड़ते बादलों को उसी पुल पे खड़े सुना करते थे मधुर लहरों का…

Self-confidence

आत्मविश्वास | Kavita Atmavishwas

आत्मविश्वास ( Atmavishwas )   आत्म विश्वास है जीवन के संघर्षों को हराकर जीतने का संकल्प। आत्मा की अनन्य शक्ति, आत्मा को शिखर तक पहुंचाने का प्रकल्प।। जीवन की हर बाधा, प्रतिबाधा में घोर निराशा से उबरने का विकल्प ।। आच्छादित अंधेरे में, घोर ना उम्मीदी मे प्रकाश की किरण का प्रकल्प।। उम्मीद की रोशनी,…

Kavita Parampara

परंपरा | Kavita Parampara

परंपरा ( Parampara ) यह कैसी परंपरा आई, दुश्मन हो रहे भाई-भाई। घर-घर खड़ी दीवारें घनी, मर्यादा गिर चुकी खाई। परंपराएं वो होती, संस्कारों की जलती ज्योति थी। अतिथि का आदर, खिलखिलाती जिंदगी होती थी। होली दिवाली पर्व पावन, सद्भावो की धाराएं भावन। गणगौर तीज त्योहार, खुशियों का बरसता सावन। परंपराएं जीवंत रखती है, मान…

Kavita Nibu

नींबू | Kavita Nibu

नींबू ( Nibu )   गैस एसिडिटी और पेट दर्द पलभर में दूर करता, जिसके स्वाद एवं खुश्बू से हमें ताज़गी मिलता। कहते है यह मृत-व्यक्ति को भी जिन्दा कर देता, अगर उसके अन्दर एक भी ये बीज नही होता।। ये पीले रंग का होता लगता झाड़-काॅंटों के बीच, मसूड़ों से ख़ून आने वाली समस्या…

विद्या शंकर विद्यार्थी की कविताएं

विद्या शंकर विद्यार्थी की कविताएं

दीपावली रिश्ता क्या बताएं व्यवहार छोड़करनफरत कैसे अपनाएं प्यार छोड़करदूरियां बढ़े नहीं बीच में दीए जलानाहृदय से गले लगाएं तकरार छोड़कर। दीप – पर्व के आंगन में संसार बसाएंजहां विश्वास फैले और फैले आशाएंबहुमूल्य प्रेम-दीप में पैसे नहीं लगतेजो कोई राह भूले तो उन्हें भी दिखाएं। आंखें चाहती कब है कि दूरियां रहेइधर गढ्ढा उधर…

तेरा वोट का है अधिकार | Kavita Tera Vote ka Hai Adhikar

तेरा वोट का है अधिकार | Kavita Tera Vote ka Hai Adhikar

तेरा वोट का है अधिकार ( Tera Vote ka Hai Adhikar )   नेता करते सभी से प्यार, अरे, रे! बाबा, न बाबा। उन्हें सौंपो फिर से कमान, अरे, रे! बाबा, हाँ बाबा। नेता करते सभी से प्यार, अरे, रे! बाबा, न बाबा। तुम पोलिंग बूथ पे जाओ, एक अपनी बटन दबाओ। तुम भी निकलो…

kamlesh Vishnu Hindi Poetry

कमलेश विष्णु की कविताएं | Kamlesh Vishnu Hindi Poetry

आओ मिलजुल धरा सजाएं आओ मिलजुल धरा सजाएंपर्यावरण बचाना होगा,घर-घर अलख जागना होगा !पेड़ कभी कटने ना पाए,पावस ऋतु में वृक्ष लगाएं !! आओ मिलजुल धरा सजाएं ! जल को होनें ना दें दूषित,नदियों को भी स्वच्छ कराएं!संचित जल को व्यर्थ करें ना,ऐसा सब में भाव जगाएं !! आओ मिलजुल धरा सजाएं! खेती बाड़ी करें…

Kavita Nashvar Jeevan

नश्वर जीवन | Kavita Nashvar Jeevan

नश्वर जीवन ( Nashvar Jeevan )   ईश्वर सत्य, सत्य ही सुंदर, सुंदर ही शिव है ! पड़ना नहीं कभी तुम भ्रम में, जीवन नश्वर है !! ये शरीर माटी का पुतला, मत करना, अभियान कभी ! ककृतकर्म जाएगा साथ तुम्हारे , रखना इसका ध्यान सभी !! व्यर्थ की चिंता ना करना, तूँ कर्म किए…

डॉक्टर सुमन धर्मवीर जी की कविताएँ | Dr. Suman Dharamvir Poetry

डॉक्टर सुमन धर्मवीर जी की कविताएँ | Dr. Suman Dharamvir Poetry

नया दौर (नवगीत) नया दौर आयेगा सभ्य दौर कहलायेगा, नहीं किसी से रोका जायेगा। समता, स्वतंत्रता , शिष्टता सिखायेगा, जाहिलता और फूहड़ता भगायेगा। नारी को शोषिता होने से बचायेगा। नारी को “मान सम्मान” दिलायेगा। हां हां नया दौर आयेगा सभ्य दौर कहलायेगा, नहीं किसी से रोका जायेगा। 2 मानवता,बंधुता , प्रेम भाव, भाईचारा सिखायेगा, मारधाड़…