बेटी | Chhand
बेटी
( Beti )
( मनहरण घनाक्षरी छंद )लक्ष्मी अवतार बेटी
घर का संस्कार बेटी
देश का सम्मान होती
दो दो वंश तारती
शिक्षा की जोत जलाती
घर में रौनक लाती
हुनर...
कान्हा चले आएंगे | Chhand
कान्हा चले आएंगे
( Kanha chale aayenge )
( मनहरण घनाक्षरी छंद )
मन में विश्वास रखो
हृदय में आस रखो
जगत के स्वामी खुद
दौड़े चले आएंगे
मोहन मुरली धारी
सुदर्शन...
समांं महका दो आज | Chhand
समांं महका दो आज
( मनहरण घनाक्षरी छंद )
गीतों का सजाओ साज
समां महका दो आज
झड़ी बरसाओ ऐसी
धूम होनी चाहिए
खूब गाओ छंद गीत
मुक्त कंठ नव गीत
रस...