जब मुहब्बत का खिला गुलशन नहीं

जब मुहब्बत का खिला गुलशन नहीं | Ghazal Jab Muhabbat ka

जब मुहब्बत का खिला गुलशन नहीं ( Jab muhabbat ka khila gulshan nahi )   जब मुहब्बत का खिला गुलशन नहीं मेरा  खुशियों  से  भरा  दामन नहीं   दोस्ती  में  खाए  है  कितने  दग़ा अब किसी से मेरा मिलता मन नहीं   मैं जिससे आटा मगर कुछ ख़रीद लूँ पास  मेरे  तो  बचा  ही धन…

तेरा होना मेरा होना

तेरा होना मेरा होना | Poem Tera Hona Mera Hona

तेरा होना मेरा होना ( Tera hona mera hona )   भ्रम सा ही तो है तेरा होना मेरा होना अनसुलझे सवालों सा तू उलझे से जवाबों सी मैं उतार जामा यह फरेब का देख फिर क्या है तू क्या हूं मैं भरा भरा सा लगे फिर भी खाली सा तू खाली खाली सी मैं…

रिश्तों के धागे

रिश्तों के धागे सब तोड़ते वो रहे | Shayari On Relations

रिश्तों के धागे सब तोड़ते वो रहे ( Rishton ke dhage sab torte wo rahe )   रिश्तों के धागे सब तोड़ते वो रहे और हम प्यार से जोड़ते वो रहे   रह गये है  हम आवाज देते यूं ही और मुंह हमसे तो मोड़ते वो रहे   प्यार के भेजते ही रहे फ़ूल हम…

मुखड़ा देखो गुलाब है जिसका

मुखड़ा देखो गुलाब है जिसका | Ghazal Mukhda Dekho

मुखड़ा देखो गुलाब है जिसका ( Mukhda dekho gulab hai jiska )   मुखड़ा देखो गुलाब है जिसका हाँ उड़ा जो नकाब है जिसका   पी जाऊं मैं नशा समझकर के हुस्न लगता शराब है  जिसका   भेज रब जीस्त में उसको मेरी चेहरा जो आफ़ताब है जिसका   वो हक़ीक़त में घर आए मिलने…

मेरा दिल रो पड़ा देखते देखते

मेरा दिल रो पड़ा देखते देखते | Udasi shayari

मेरा दिल रो पड़ा देखते देखते ( Mera Dil Ro Para Dekhte Dekhte )   मेरा दिल रो पड़ा देखते देखते वो जुदा जब हुआ देखते देखते   कह सका बात दिल की नहीं उससे कुछ वो  जुदा  हो  गया  देखते  देखते   खा गया हूँ ठोकर पत्थर से नफ़रत की राह  मैं  तो  चला …

आज अपना हबीब है देखा

आज अपना हबीब है देखा | Ghazal

आज अपना हबीब है देखा ( Aaj apna habib hai dekha )   आज  अपना  हबीब  है देखा पास किसी के करीब है देखा   मत कर इतना गरूर ख़ुद पे तू हाँ  बिगड़ते  नसीब  है  देखा   बोलते हक़ में सच के मैंनें तो आज मैंनें रकीब है देखा   है परेशां यहां तो…

मां

मां | Mother’s Day Poem In Hindi

मां ( Maa ) मेरे  गम  में  देखा  है आँख  तेरी  नम  होते  हुये , माँ मेरे हँसने पर तबस्सुम देखे तेरे लब पर खिले हुये, माँ   मेरी उम्र के साथ तेरी हर शिकन और गहराती दिखी, माँ तेरी  कमज़ोर,  पतली  काया  मुझमें दम भरती देखी, माँ   मेरी  सांस  के  साथ  हर  सांस …

Mother's Day Special

यार दिल की ही मगर ऐसी दवा मां | Mother’s Day Special

यार दिल की ही मगर ऐसी दवा मां ( Yaar dil ki hi magar aisi dawa maa )   यार दिल की ही मगर ऐसी दवा मां ! जिंदगी भर करती है देखो वफ़ा मां   हर वादा दिल से निभाती है हमेशा जीस्त की वो एक सच्ची आशना मां   जिंदगी तेरे बिना कुछ…

Darde Dil Shayari

दर्दे दिल की नहीं दवा भेजी | Darde Dil Shayari

दर्दे दिल की नहीं दवा भेजी ( Darde dil ki nahi dawa bheji )     दर्दे दिल की नहीं दवा भेजी ! उसनें ऐसी कहा वफ़ा भेजी   ख़त्म जिसकी न प्यार की हो ये बू  इधर  को  कहा भला भेजी   बेवफ़ाई की भेजी बू उसनें कब मुझे ख़ुशबू बावफ़ा भेजी   बू …

कभी तो कोई बात होना चाहिये

कभी तो कोई बात होना चाहिये | Ghazal Kabhi to

 कभी तो कोई बात होना चाहिये ( Kabhi to koi baat hona chahiye )     बाद मसरूफ ही सही , कभी तो कोई बात होना चाहिये लाख फासले हो, फिर भी ‘होने’ का एहसास होना चाहिये   समझ  लो  हमारी  ज़िद या तकाज़ा-ए-वक्त इसको मगर न कहना, मौजू-ए-गुफ्तगू भी कुछ होना चाहिये   खामोश…