Ham sab ka abhiman tiranga
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28 एवं 29 जनवरी के मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन एवं मुशायरे की रिपोर्ट

 

तिरंगा काव्य मंच का 34 वां मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन एवं मुशायरा 28 एवं 29 जनवरी को साहित्य त्रिवेणी के सम्पादक आदरणीय डॉ कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड जी (कोलकाता) एवं बरेली के उस्ताद शायर आदरणीय गुरुदेव श्री विनय सागर जायसवाल जी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। सभी रचनाकारों ने दिये गये विषय और मिसरे पर एक से बढ़कर एक काव्य सृजन एवं ग़ज़लों की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर शिक्षिका एवं कवयित्री नई दिल्ली चंचल हरेंद्र वशिष्ट जी और डॉ कामिनी व्यास रावल जी (राजस्थान) एवं अलका मित्तल जी ने अपने बेहतरीन संचालन का नज़ारा पेश कर सभी का दिल जीता।

कवि सम्मेलन की शुरुआत चंचल हरेंद्र वशिष्ठ जी के सुमधुर सरस्वती वंदना से हुई।

कुशल एवं बेहतरीन संचालन तथा सभी कवि ,शायर मित्रों ने शुरू से अंत तक उपस्थित रहकर एक दूसरे की हौसला अफ़ज़ाई की। बहुत सुखप्रद रहा।

संचालक मंडल का इस बार के कवि सम्मेलन एवं मुशायरे को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा। मेरे अस्वस्थ रहने पर इस बार लिस्ट बनाने में भी तीनों संचालिका आदरणीया चंचल हरेंद्र वशिष्ट जी, डा० कामिनी व्यास रावल जी और अलका मित्तल जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

मुझे निश्चिंत रहने के लिए कहा कि आप चिंता न करें बस आराम करें।हम हैं न सब सम्भाल लेंगे और इन्होंने कर भी दिखाया। इनके जज़बे को नमन करता हूंँ।आप तीनों पर तिरंगा को गर्व है।आप तीनों के इस अनमोल सहयोग के लिए हार्दिक आभार

इस अवसर पर आदरणीय गजेन्द्र नाहटा जी, अलका मित्तल जी एवं आदरणीय अनुरागी जी ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए शुरू से अंत तक उपस्थित रहकर सभी की हौसला अफ़ज़ाई की।इसके आप सभी का विशेष धन्यवाद

आदरणीय मार्तण्ड जी ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में तिरंगा काव्य मंच के संयोजक आदरणीय शम्भू लाल जालान निराला जी, कवि सम्मेलन की संचालिका आदरणीया चंचल हरेंद्र वशिष्ट जी मंच के समस्त प्रतिभागीगण सभी का नंदन,वंदन, अभिनन्दन किया।

मित्रों अबकी बार बहुत प्रचलित विषय गांधी दिया गया था।छंद चुनने की स्वतंत्रता थी।आप लोगों ने इस विषय पर अपने अपने ढंग से प्रयास किया है और सफलता भी हासिल की है।

सबसे बड़ी बात यह कि तीन दिन पहले ही गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराया गया और गांधी जी का भी तिरंगा से बड़ा गहरा संबंध था और हम सब भी तो तिरंगा काव्य मंच के सदस्य हैं। तिरंगा काव्य मंच हमारा गर्व है। तिरंगा की छत्र छाया में हम आगे बढ़ते रहेंगे।काव्य के क्षेत्र में नए आयाम गढ़ते रहेंगे।

जय हिन्दी,जय हिन्द
धन्यवाद
आपका अपना
डॉ कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड

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आदरणीय गुरुदेव श्री विनय सागर जायसवाल जी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा: निराला जी के जज़्बे को सलाम है।बीमार होने के बाद भी आयोजन किया जबकि उन्हें आराम की ज़रूरत है।

आज के मुशायरे में लगभग सभी ने बेहतरीन ग़ज़लें पेश कीं। सबको बहुत बहुत बधाई।अलका जी व कामिनी रावल जी ने बेहतरीन संचालन किया।आप दोनों की मेहनत को सलाम है।

मुशायरे में समय देना चाहिये। ये तरीका उचित नहीं है कि अपनी ग़ज़ल पोस्ट की और चले गये या हाजिर नहीं हुए।

आशा है भविष्य में ऐसा नहीं होगा।

कवि सम्मेलन एवं मुशायरे में भाग लेने वाले कवि एवं शायरगण

कवि सम्मेलन के कविगण

चंचल हरेंद्र वशिष्ट जी, दीपिका रूखमांगद दीप जी, डॉ सुभाष चन्द्र शुक्ल जी, प्रोफेसर प्रेम शर्मा जी, स्वर्ण लता सोन जी, भुवनेश्वर प्रसाद गोपाल जी, विश्वजीत शर्मा सागर जी, डॉ निर्मला शर्मा जी, हीरा लाल जायसवाल जी, स्वेता गुप्ता जी, गजेन्द्र नाहटा जी,अल्पना सिंह जी, डा० कुंवर वीर सिंह मार्तण्ड जी

मुशायरे के शायरगण

चंचल हरेंद्र वशिष्ट जी,

प्रदीप श्रीवास्तव जी,

ऊषा जैन जी,

संतोष रज़ा गाजीपुरी जी,

डॉ स्वर्ण लता सोन जी,

भुवनेश्वर प्रसाद गोपाल जी,

सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ साहब,

अलका मित्तल जी,

राम पुकार सिंह गाजीपुरी जी,

पथिक जौनपुरी जी,

शम्भू लाल जालान निराला जी,

हीरा लाल यादव जी,

कामिनी व्यास रावल जी,

अमिता गुप्ता जी,

बसंत ठाकुर जी,

सरल कुमार वर्मा जी,

रणजीत भारती जी,

विनीता निर्झर जी,

अरुण कुमार दुबे जी,

आकर्ष त्यागी अमरोही जी,

सौदामिनी खरे जी,

गिरीश पाण्डेय जी,

आरती झा जी,

सवीना वर्मा सवी जी,

डी पी लहरे’ मौज’ जी,

कालजयी घनश्याम जी,

विनय सागर जायसवाल जी

संयोजक शम्भू लाल जालान निराला जी ने अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया।

बेहद सफल एवं कामयाब कवि सम्मेलन एवं मुशायरे की सभी मित्रों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

रिपोर्ट
शम्भू लाल जालान निराला
सचिव/संयोजक
तिरंगा काव्य मंच कोलकाता

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