राम काज करिबै को आतुर

जिस प्रकार से हनुमान जी महाराज को राम काज अर्थात अपने मालिक द्वारा निर्देशित कार्यों की आतुरता थी , वह धीरे-धीरे खत्म सी होने...

मुझे संभालो | Mujhe Sambhalo

मुझे संभालो  ( Mujhe Sambhalo )   मुझे संभालो न मेरे दोस्त अमानत की तरह पडा़ रहने दो मुझे यहाँ आफत की तरह इस कदर सबके सीने में उतर जाउंगा...

चिड़िया रानी | Kavita Chidiya Rani

चिड़िया रानी ( Chidiya Rani )   चिड़िया रानी चिड़िया रानी क्यो करती इतना मनमानी! रोज सवेरे तुम हो आती आकर पुन:कहां हो जाती !! चाहूं साथ खेलना तेरे क्या खेलोगी...

दर्दे वेवफा | Dard- e – Bewafa

दर्दे वेवफा ( Dard-e bewafa ) दर्दे वेवफा कुछ वफा कीजिये हाँ नहीं कह सको तो न ना कीजिये अपनो से युद्ध करना सरल भी नही अमृत न मिले...

जगजननी जानकी | Kavita Jag Janani Janaki

जगजननी जानकी ( Jag Janani Janaki )   अपने चरित्र और चिंतन से नारी जीवन के दर्शन दिखलाइए, विपदाओं से घिरी जानकी ने कुल की मर्यादा को...

वृद्ध मां बाप | Kavita Vridh Maa Baap

वृद्ध मां बाप ( Vridh maa baap )   वृद्धाश्रमों में जब किसी के मां बाप रोते और बिलखते हैं, उस पुत्र के लिए बददुआ के लाखों...

सीता नवमी | Kavita Sita Navami

सीता नवमी ( Sita Navami )   जनक नंदिनी वैभव,राम सत्ता आधार जनक दुलारी महिमा अद्भुत, प्रातः वंदनीय शुभकारी । राम रमाकर रोम रोम, पतिव्रता दिव्य अवतारी । शीर्ष आस्था सनातन...

बिन मानवता | Kavita Bin Manavta

बिन मानवता ( Bin Manavta )   मैं घंटा शंख बजाऊं,या मंदिर मस्जिद जाऊं। बिन मानवता के एक पल भी,मानव न कहलाऊं।।पहले हवन बाद में दहन,क्यों दुर्गति करवाऊं।। सीधा...

कहाँ तक | Kahani Kahan Tak

"  हलो ..भाई साहब , आप मेजर गौरव शर्मा बोल रहे है न ? ओके , मैं लाहौर से मरियम रहमान बोल रही हूँ...

बनारस | Kavita Banaras

बनारस ( Banaras )   कण कण में हैं शंकर जिसके , और मिट्टी है पारस ! तीन लोक से न्यारी नगरी , जिसका नाम बनारस !! आबोहवा यहां का...