डॉक्टर सुमन धर्मवीर जी की कविताएँ | Dr. Suman Dharamvir Poetry
नया दौर (नवगीत) नया दौर आयेगा सभ्य दौर कहलायेगा, नहीं किसी से रोका जायेगा। समता, स्वतंत्रता , शिष्टता सिखायेगा, जाहिलता और फूहड़ता भगायेगा। नारी को शोषिता होने से बचायेगा। नारी को “मान सम्मान” दिलायेगा। हां हां नया दौर आयेगा सभ्य दौर कहलायेगा, नहीं किसी से रोका जायेगा। 2 मानवता,बंधुता , प्रेम भाव, भाईचारा सिखायेगा, मारधाड़…