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नये रंग भरने वाला था

नये रंग भरने वाला था | Ghazal Naye Rang

नये रंग भरने वाला था ( Naye Rang Bharne Wala Tha ) हमारा जाम मुहब्बत से भरने वाला था कोई उमीद की हद से गुज़रने वाला था जवाब उस से मुहब्बत का किस तरह मिलता वो गुफ़्तगू भी सवालों में करने वाला था ये एक बात ही ज़ाहिर है उसकी आंँखों से ज़रा सी देर…

Ghazal Bikhar na Jaoon

बिखर न जाऊँ | Ghazal Bikhar na Jaoon

बिखर न जाऊँ ( Bikhar na Jaun )   तेरा फ़िराक़ है इक मौजे जाँसितां की तरह बिखर न जाऊँ कहीं गर्दे-कारवां की तरह न डस लें मुझको ये तारीक़ियाँ ये सन्नाटे उजाला बन के चले आओ कहकशां की तरह मेरे फ़साने में रंगीनियां ही हैं इतनी सुना रहे हैं इसे लोग दास्तां की तरह…

basant panchami utsav par kavya goshti

बसंत पंचमी उत्सव पर काव्य गोष्ठी संपन्न

साली चौका बसंत पंचमी उत्सव बागेश्वरी साहित्य परिषद साली चौका द्वारा मनाया गया इस अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन दीपक गुप्ता दीप के निवास स्थान पर आयोजित की गई । काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता उमेश पाली एवं मुख्य अतिथि रामेश्वर वर्मा गोष्ठी में गोष्ठी में आसपास क्षेत्र के साहित्यकार कवि द्वारा अपनी अपनी रचना…

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में उर्दू भाषा का उल्लास, राष्ट्रीय उर्दू दिवस मनाया गया

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में उर्दू भाषा का उल्लास, राष्ट्रीय उर्दू दिवस मनाया गया

16-2-2024 को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के भाषा एवं कला संकाय विभाग के अन्तर्गत चल रहे उर्दू भाषा विभाग ने आज राष्ट्रीय उर्दू दिवस का आयोजन किया। यह दिवस मिर्ज़ा ग़ालिब की पुण्यतिथि पर मनाया जाता है। अधिष्ठाता भाषा एवं कला संकाय प्रो पुष्पा रानी ने कहा कि गालिब मशहूर शायरों में एक हैं जिसने दुनिया को…

Basant Ritu

बसंत ऋतु | Basant Ritu

बसंत ऋतु ( Basant Ritu )    आ गए ऋतुराज बसंत चहुं ओर फैल रही स्वर्णिम आभा, सुंदर प्राकृतिक छटा में खिली पीले पुष्पों की स्वर्ण प्रभा। मां शारदे की पूजा का पावन अवसर है इसमें आता, ज्ञानदायिनी देवी की कृपा से जगत उजियारा पाता। बसंत ऋतु आते ही सुंदर सुरम्य वातावरण हुआ, ठंडी पवन…

Meri Ayodhya

मेरी अयोध्या | Meri Ayodhya

मेरी अयोध्या ( Meri Ayodhya ) धर्म की नगरी सोई हुई थी, आज जगी है मेरी अयोध्या। पुलकित हो गया रोम रोम,आज खिली है मेरी अयोध्या। नैना निहारत चौखट पर इक, मन्दिर ऐसा भव्य बना है, भारत का संताप मिटा अब,दमके ऐसी है मेरी आयोध्या। दीप जलावत मंगल गावत, जन मन को रिझावे अयोध्या। सोने…

हे रघुनन्दन | Hey Raghunandan

हे रघुनन्दन | Hey Raghunandan

हे रघुनन्दन ( Hey Raghunandan )   लाया हूँ मैं भक्ति भाव से, मन मे भर कर प्यार। हे रघुनन्दन जानकी बल्लभ, प्रीत करो स्वीकार। नयना भर कर छलक रहे है, नेह नयन के भाव, चरण पखारू अश्रुधार से, राम तुम्ही आधार। सदियों से श्रापित भूमि को, आज मिला सम्मान। त्रेता युग सा दमक रहा…

Sanatan Vaibhav

सनातन वैभव | Sanatan Vaibhav

सनातन वैभव ( Sanatan vaibhav )   धीरे धीरे ही बदल रही, यह और बदलती जाएगी। धूमिल थी जो गौरव गरिमा, वो और निखरती जाएगी। जो सदियों से त्रासदी झेली, निर्ममता का व्यवहार सहा, अब दिन बदला है भारत का, इतिहास पुनः दोहरायेगी। वैदिक रीति और ज्ञान ध्यान, ना जाने कैसे लोप हुआ। गुरूकुल छूटा…

छलावा | Chalawa

छलावा | Chalawa

छलावा ( Chalawa )    रंगीन दुनिया में सबका अपना -अपना पहनावा है, कहीं सच में झूठ,कहीं झूठ में सच का दिखावा है। बेमतलब ख़्वाबों से रिश्ते गढ़ता रहता है कोई मन को तह रख तर्कों से कोई करता छलावा है। आवारा बादलों की ज़द कहाँ समझ पाया दिल ठिकाना और भी इनका बरखा के…

Naya Mod

नया मोड़ | Naya Mod

नया मोड़ ( Naya Mod )   आंखों में बसी है नमी खुदा क्यों हो रही हु मैं खुदसे जुदा चाहती हूं कोई दिल से लगाए हो रही हूं खुद मे ही जैसे गुमसुदा अजीब सा डर है दिल में समाया हुआ बोझ जिम्मेदारियों का भी आया हुआ रोने लगी हैं आंखें अब बहुत बस…