Monthly Archives: November 2021

ख़ुशबू है उसकी सांसों की | Prem wali shayari

ख़ुशबू है उसकी सांसों की ( Khushboo hai uski saanson ki )    ख़ुशबू है उसकी सांसों की जैसे  हो  ख़ुशबू  फ़ूलों की  ख्वाबों में आता नहीं वही रात भरी...

कहां अब पहले से त्यौहार | Tyohar kavita

कहां अब पहले से त्यौहार ( Kahan ab pehle se tyohar )    कहां अब पहले से त्यौहार रहा ना अपनापन प्यार बड़ों का होता सम्मान लुप्त हो...

ख़्वाबों का तेरी सदा पहरा रहा | Khwab ghazal

ख़्वाबों का तेरी सदा पहरा रहा ( Khwabon ka teri sada pahara raha )   ख़्वाबों का तेरी सदा पहरा रहा सिलसिला नींदो में ही चलता रहा  दूर तुझसे...

चाहिये | Chahiye poetry

चाहिये ( Chahiye )   तेरे मेरे बीच की अब धुन्ध छटनी चाहिये । आग की दीवार दरिया में बदलनी चाहिये ।।  जमाना कठपुतलियों का बहुत पीछे रह गया...

मनभावन कविता | Manbhavan kavita

मनभावन कविता ( Manbhavan kavita )    साहित्य विधाएं मधुरम कवि की कविताएं मधुरम उर पटल आनंद भरती मनभावन रचनाएं मधुरम  शब्द सुरीले मीठे-मीठे बहती भाव सरितायें मधुरम छंद सोरठा...

कुम्हार | Kumhar kavita

कुम्हार ( Kumhar )   बाबू ले लो ना दिए घर तेरा रोशन हो जाएगा।एक वक्त की रोटी के लिए मेरा चूल्हा भी जल जाएगा।मेरी भूख तब...

रिश्तो का मेला | Poem on rishtey in Hindi

रिश्तो का मेला ( Rishton ka mela )    सद्भाव का संगम अनूठा  रिश्तो का मेला जहां उमड़ता सागर है अपनापन अलबेला  एक दूजे के दर्द बांटते सुखों में रहते शामिल तीज त्योहार...

लगे | Dr. Kaushal Kishore Srivastava Poetry

लगे ( Lage )   जड़ जगाने में जिनको जमाना लगा । उन दरख्तों को पल में गिराने लगे ।।   उनकी इतनी हवस कि खुदा क्या करे ? सारे दुनिया...

एक मुद्दा हम उठा के रह गये | Heart touching ghazal

एक मुद्दा हम उठा के रह गये ( Ek mudda hum utha ke rah gaye )    एक मुद्दा हम उठा के रह गये लोग सारे कसमसा के...

निबंध : कृत्रिम बुद्धिमत्ता वरदान है या अभिशाप | Essay in...

निबंध : कृत्रिम बुद्धिमत्ता वरदान है या अभिशाप   ( Is artificial intelligence a boon or a curse? : Essay in Hindi )प्रस्तावना :- इन दिनों...