Monthly Archives: February 2022
आशिकी मे मेरा नाम आने तो दो | Aashiqui shayari
आशिकी मे मेरा नाम आने तो दो
( Aashiqui mein mera naam aane to do )
एक से एक मिल चार हो जाएगी,
तुम मिला कर तो...
पदम- अग्नि | आलेख
।। पदम- अग्नि ।।
आलेख
पुस्तक के शीर्षक से ही समझ सकते है, कि सुकोमल मुलायम सी पंखुड़ियों याने पदम और उसका शब्द अग्नि याने पवित्रता...
जब उनसे मुलाकात हुई | Geet
जब उनसे मुलाकात हुई
( Jab unse mulaqat hui )
खिल गई मन की बगिया
मधुर सुहानी रात हुई
महक उठा दिल का चमन
जब उनसे मुलाकात हुई
साज सारे...
इतिहास का सत्य | Kavita itihaas ka satya
इतिहास का सत्य
( Itihaas ka satya )
इतिहास परख कर एक एक, देखों उसका परिणाम था क्या।
किस कारण खण्डित हुई धरा, देखों उसका प्रमाण था...
एक मासूम को ही सज़ा मिल गयी | Saza shayari
एक मासूम को ही सज़ा मिल गयी!
( Ek masoom ko hi saza mil gayi )
एक मासूम को ही सज़ा मिल गयी!
जीस्त भर आंसुओं की...
दिल से आगाज़ | Poem on valentines day in Hindi
दिल से आगाज़
( Dil se aagaaz )दिल से आगाज़ , रूह पर अंजाम हो
ऐसा 'फसाना लिख जाता है यह…. इश्क
खुद ना मुक्कम्मल रहकर भी
मुक्कम्मल...
पुलवामा शहीदों को नमन | Poem on pulwama shahido ko naman
पुलवामा शहीदों को नमन
( Pulwama shahido ko naman )
पुलवामा में शहीद हो गए वंदन उन रणवीरों को
मातृभूमि शीश चढ़ाये सब देशप्रेम रणधीरों को
कश्मीर की...
मुझे भी याद कर लेना | Geet
मुझे भी याद कर लेना
( Mujhe bhi yaad kar lena )
मेरे आँगन का सावन जब
लिये बरसात आयेगा
इस फुलवारी में आकर के
गुलो गुलशन महकायेगा
मैं तुझको...
सूर्यकांत बाली के वैदिक उपन्यास “दीर्घतमा” पर परिचर्चा
"सुनो पाञ्चजन्य का नाद तो है स्वर सिंहनादी ललकारो का
अबकी बार प्रहार कड़ा हो फन कुचलो मक्कारों का"
बसंत महोत्सव पर कवियों ने भी बिखेरा...
बांहों में | Poem on bahon mein
बांहों में
( Bahon mein )
धरा गगन से कह रही लो आ गया मधुमास
प्रियतम ले लो बाहों में मदमाता बसंत खास
लिपट लता सी प्रीत भरे...