Nav varsh mangalmay ho 2022
Nav varsh mangalmay ho 2022

नव वर्ष मंगलमय हो

( Nav varsh mangalmay ho )

 

नव वर्ष अति हर्षद् सुखद आनन्दवृष्टिअपार हो।
मेरे हृदय में आपका अनवरत साक्षात्कार हो।।
नव वर्ष ०

उपवन सुगंधित हो सदा अवनी पर हरियाली रहे,
मन से कलुष सब दूर हों अमृत भरी प्याली रहे,
वसुधा ही अपना कुटुंब है मनस् से यह उद्गार हो।।
नव वर्ष ०

प्रियतम का प्रिय सानिध्य अविरल कर माला हो कसी कसी,
पावन प्रणय पण सुखद् सिहरन अंतसों तक धंसी धंसी,
द्युलोक से अच्छी धरा है ऐसा सद्व्यवहार हो।।
नव वर्ष ०

जननी जनक पूजित रहें स्वतनय से सेवित रहें,
अग्रज अनुज सन्मार्ग पथ अनुयायी अनुशासित रहें,
हर घर में तनया सुरक्षित हों कुछ इस तरह संसार हो।।
नव वर्ष ०

गुरु ज्ञान की सरिता बहायें शिष्य ज्ञान पिपासु हों,
सब लक्ष्य भेदित हो सकें सब लोग सद्जिज्ञासु हों,
सत्य ही शिव है सुंदर है कर्म का आधार हो।।
नव वर्ष ०

नदियां सदा वाहिनी रहें और प्रकृति अनुकूलित रहे,
खग निडर स्वर्णिम नीड़ में पर खोल के मुकुलित रहे,
मन मोती दीप का तिमिर पर अशेष वत अधिकार हो।।
नव वर्ष ०

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कवि व शायर: शेष मणि शर्मा “इलाहाबादी”
प्रा०वि०-नक्कूपुर, वि०खं०-छानबे, जनपद
मीरजापुर ( उत्तर प्रदेश )

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