साथ रहबर ना कोई सहारा...
साथ रहबर ना कोई सहारा हुआ
साथ रहबर ना कोई सहारा हुआ।
मुश्किलों में ना कोई हमारा हुआ।।
देखते -देखते सब पराए हुए।
वक्त आता नहीं सँग गुजारा...
चले जाओ भले गुलशन बिना गुल के मजा क्या है
चले जाओ भले गुलशन बिना गुल के मजा क्या है
चले जाओ भले गुलशन बिना गुल के मजा क्या है।
खिज़ा का है नहीं मौसम बहारों...
आज मुद्दतों बाद | Romantic Ghazal
आज मुद्दतों बाद
( Aaj muddaton baad )
आज मुद्दतों बाद वो चुपके से
पास आकर मेरा हाथ सहलाकर
पूछती है
कहाँ गुम हो
क्यों खामोश हो
मुझे क्यों भूल गये
स्याही...
बेमोल ही जो न बिके होते | Ghazal
बेमोल ही जो न बिके होते
( Bemol hi jo na bike hote )
बेमोल ही जो न बिके होते , हम महोब्बत में तुम्हारी
और...
तमाम बस्ती जला रहा है
तमाम बस्ती जला रहा है
तमाम बस्ती जला रहा है।
मकान अपना बचा रहा है।।
नहीं किसी की बचेगी हस्ती ।
बिसात ऐसी बिछा रहा है ।।
वो घोल...
मनाने की बहुत कोशिश हो रही है | Ghazal Manane ki...
मनाने की बहुत कोशिश हो रही है
( Manane ki bahut koshish ho rahi hai )
मनाने की बहुत कोशिश हो रही है
बड़ी उससे गुज़ारिश हो...
इश्क़-ए-दरख़्त | Ishq-e-darakht
इश्क़-ए-दरख़्त
( Ishq-e-darakht )
खिड़कियों से आती हवा के झोंके सी सुहानी,
मन के भीतर धुंधलाती यादों सी रूमानी,
मैं कौन, अधुरी सी एक प्रेम कहानी
आँसुओं से भीगी;...
भुलाया चाहकर दिल से | Sad Shayari
भुलाया चाहकर दिल से
( Bhulaya chahkar dil se )
भुलाया चाहकर दिल से वो ही चेहरा नहीं जाता!
बसा दिल में वो ऐसा जहन उसका नहीं...
बदलेंगे मौसम | Badlenge Mausam
बदलेंगे मौसम
( Badlenge Mausam )
दरिया के पास प्यासे आने लगे हैं,
बदलेगा मौसम बताने लगे हैं।
कभी सोचने से न होती है बारिश,
मन का वो बादल...
छोड़ दिया | Ghazal chhod diya
छोड़ दिया
( Chhod diya )
धीरे धीरे ही मगर छोड़ दिया, तेरी आदत सी पड़ गयी थी मुझे।
कब तलक बेजती को सहते हम, खुद से...