राम | घनाक्षरी छंद
राम
घनाक्षरी छंद
( 8,8,8,7 )
दोऊ भाई लगे प्यारे,
बने धर्म के सहारे।
फहराने धर्म ध्वजा,
आये मेरे श्री राम।।
दुखियों के दुख टारे,
सब कुछ दिए वारे।
वचन निभाने चले,
वन...
शारदे माँ | लावणी छंद
शारदे माँ
( 16 , 14 मात्रा पर यति अनिवार्य
30 मात्रा का मात्रिक छंद
पदांत गुरु वर्ण अनिवार्य )
भक्तों को विद्या देती हैं , कृपा...
छंद घूंघट | मनहरण घनाक्षरी
छंद घूंघट
मान मर्यादा रक्षक, लाज शर्म धर ध्यान।
चार चांद सौंदर्य में, घूंघट सजाइए।
प्रीत की फुहार प्यारी, सुंदर सुशील नारी।
पिया मन को लुभाती, घूंघट लगाइए।
गौरी...